बड़ा पवित्र है गोबर और गौमूत्र
बड़ा पवित्र है गोबर और गौमूत्र
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गाय के गोबर से निर्मित कंडा बहुत ही उपयोगी होता है। इस कंडे को जलाकर उसका धंुआ करने से यह वातावरण के लिए शुभफलदायक होता है। जब हम कंडा जलाकर धुंआ करते हैं तो वातावरण में पवित्रता भी रहती है। ऐसे में देवों का आह्वान भी होता है। जब कंडे में से धुंआ निकलना बंद हो जाए तो उसमें लोभान या गुग्गल, कर्पूर, घी, चंदन समर्पित कर उसका धुंआ घर में फैलाने से वातावरण पवित्र हो जाता है और सभी देवों का आह्वान होता है।

इससे नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है। हर दिन सुबह के समय साफ - सफाई करने के साथ यदि घर के बाहर रांगोली निर्मित कर दी जाए तो यह एक शुभ संकेत होता है। यदि हम पानी में नमक मिलाऐं और फिर उसका पोछा घर में लगाऐंगे तो वातावरण सकारात्मक होगा। नमक नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर देता है।

विभिन्न अवसरों पर घर में गोमूत्र छिड ़कना चाहिए। गोमूत्र छिड़कने से वातावरण पवित्र रहता है और देवी - देवताओं की कृपा बनी रहती है। यदि हम नकारात्मकता को दूर करना चाहते हैं तो एक पाात्र में खड़ा या साबूत नमक रख दें समय समय पर इसे बदलते रहें। ऐसे में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। इसे वाॅशरूम में रखा जा सकता है।

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