आप सभी को बता दें कि आज संकष्टी चतुर्थी है यानी गणेश चतुर्थी. ऐसे में इस दिन 21 दूर्वा लेकर इन नाम मंत्र द्वारा गणेशजी को गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप व नैवेद्य अर्पण करके एक-एक नाम पर दो-दो दूर्वा चढ़ाना चाहिए जिससे आपके सभी काम जल्द से जल्द बन जाए. जी हाँ, वहीं इसे करते समय अंतिम दूर्वा अपने पास रख लें. जी हाँ, चतुर्थी के बाद यह क्रम नियमित समय पर करने से जो आप चाहते हैं वह सब आपको मिलता है लेकिन दूर्वा चढ़ाते समय प्रार्थना गणेशजी से करते रहें, सारी कामनाएं शीघ्र पूर्ण हो जाती है. वहीं प्रयोग के अतिरिक्त विघ्ननायक पर श्रद्धा व विश्वास रखना चाहिए जिससे आपका काम बन जाए. आज के दिन इन मन्त्रों का जाप आपको लाभ ही लाभ दिला सकता है. आइए जानते हैं मन्त्रों को.
ॐ गणाधिपाय नमः
ॐ उमापुत्राय नमः
ॐ विघ्ननाशनाय नमः
ॐ विनायकाय नमः
ॐ ईशपुत्राय नमः
ॐ सर्वसिद्धिप्रदाय नमः
ॐ एकदंताय नमः
ॐ इभवक्त्राय नमः
ॐ मूषकवाहनाय नमः
ॐ कुमारगुरवे नमः
इन मन्त्रों के बाद आप चाहे तो इनका जाप भी कर सकते हैं.
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।। - कहते हैं यह गणेश गायत्री मंत्र है जिसका जाप करने से व्यक्ति का भाग्य चमक जाता है और भगवान गणेश की विशेष कृपा होती हैं.
दूसरा मंत्र है गणेश शुभ लाभ मंत्र- ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।
तीसरा है तांत्रिक गणेश मंत्र- ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति। करों दूर क्लेश।।
चौथा है गणेश कुबेर मंत्र - ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
पाँचवा है वक्रतुण्ड गणेश मंत्र- वक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
संकष्टी चतुर्थी पर ऐसे करें श्रीगणेश का पूजन, पूरी होगी हर मनोकामना