अगर भूल से भी कर लिया बप्पा के इस अंग का दर्शन तो मिलेंगी केवल परेशानियाँ
अगर भूल से भी कर लिया बप्पा के इस अंग का दर्शन तो मिलेंगी केवल परेशानियाँ
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इन दिनों सभी जगह गणेशोत्सव का पर्व मनाया जा रहा है. ऐसे में इस दौरान सार्वजनिक पंडालों और भक्तों के घरों में गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की गई है और सभी गणेश भगवान का पूजन कर रहे हैं. आप सभी इस बात से वाकिफ ही होंगे कि देवताओं में प्रथम पूजनीय गणेश जी की पूजा हर शुभ कार्य की शुरुआत से पहले की जाती है, क्योंकि शुभ कार्यों की शुरुआत से पहले गणेश जी का स्मरण करने से रास्ते में आनेवाली सारी बाधाएं दूर होती हैं और सभी काम निर्विघ्न पूरे हो जाते हैं.

कहा जाता है भगवान गणेश सभी प्रकार के सुखों, सिद्धियों और सफलताओं के दाता माने जाते हैं और जिन भक्तों पर गणेश जी की कृपा होती है, उनके जीवन में कभी कोई बाधा नहीं आती है. वहीं बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ हैं कि भगवान गणेश की पीठ के दर्शन भूलकर भी नहीं करने चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से जीवन में परेशानियों और दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है. जी हाँ, तो आज हम आपको बताते हैं कि आखिर भगवान गणेश की पीठ के दर्शन को क्यों वर्जित मानते हैं.

जी दरअसल भगवान गणेश की पूजा करते समय इस बात का खास तौर पर ख्याल रखना चाहिए कि आप उनकी पीठ के दर्शन करने से बचें क्योंकि गणपति जी के शरीर के अवयवों पर संपूर्ण ब्रह्मांड का वास होता है, इसलिए उनकी पूजा हमेशा आगे से करनी चाहिए. कहते हैं पूजा के दौरान उनकी परिक्रमा करनी चाहिए, लेकिन पीठ के दर्शन करने से बचना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि गणपति जी की पीठ में दरिद्रता का वास होता है, इस कारण से उनकी पीठ के दर्शन को शुभ नहीं मानते है. वहीं अगर गलती से उनकी पीठ के दर्शन हो जाए तो गणपति जी से क्षमा याचना कर उनके मुख के दर्शन करने से दोष का निवारण हो जाता है.

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