बॉलीवुड और साऊथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार कमल हासन ने अपने जन्मदिन के मौके पर देश में बढ़ रही असहिष्णुता के मुद्दे पर बात करते हुए अवार्ड लौटा रहे कलाकारों पर निशाना साधा है. उन्होंने इस बात पर उदहारण देते हुए कहा है कि जब ब्रिटिश सरकार का विरोध हुआ था तो विरोध करने के बावजूद महात्मा गांधी ने अपनी लॉ की डिग्री वापस नहीं लौटाई थी. तो फिर आज सम्मान लौटने की जरुरत कैसे पड़ी. उन्होंने आगे कहा की आवार्ड वापस करना किसी भी समस्या का हल नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि मुझे आवार्ड सरकार ने नहीं दिया है.
वो फिल्म ज्यूरी से जुड़े लोगो ने दिया है. और मैं उनका अपमान नहीं कर सकता.उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा होता तो महात्मा गांधी अंग्रेजो के विरुद्ध खड़े हुए थे, और उन्हें लॉ की डिग्री एक अंग्रेज ने दी थी. लेकिन गांधी जी ने अपनी डिग्री वापस नहीं की थी. उन्होंने कहा कि मैं किसी पार्टी में नहीं हूँ. और बस यही कहूँगा कि हम सब आजाद है और हमारी आजादी जब भी खतरे में होगी हम आवाज उठाएंगे.
उन्होंने आगे बीफ के मुद्दे पर कहा कि जिसे बीफ खाना है वो खाए यह फैसला जनता पर छोड़ देना चाहिए. मैं भी पहले खता था लेकिन मैंने फैसला किया था कि मैं अब अपने से बड़े जानवर को नहीं खाऊंगा.आपको बता दे कि कमल तीन बार बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड जीत चुके है. साथ ही पद्म भूषण अवॉर्ड से भी सम्मानित हो चुके है. आपको बता दे कि कमल हासन नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेस्डर है.