![रोहित-कोहली के रिटायरमेंट पर गंभीर ने खोल दिए पत्ते, जानिए क्या बोले हेड कोच?](https://media.newstracklive.com/uploads/sports-news/cricket-news/Jan/05/big_thumb/ghifgjtr_677a29053578a.jpg)
सिडनी: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ भारतीय टीम ने न केवल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) गंवा दी, बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने का सपना भी टूट गया। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 162 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे ऑस्ट्रेलियाई टीम ने तीसरे दिन के दूसरे सेशन में आसानी से हासिल कर लिया।
मैच के बाद भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम के प्रदर्शन पर बात की। जब उनसे विराट कोहली और रोहित शर्मा के भविष्य को लेकर सवाल किया गया, तो गंभीर ने साफ कहा, "मैं किसी भी खिलाड़ी के फ्यूचर पर टिप्पणी नहीं कर सकता। यह पूरी तरह उन पर निर्भर करता है कि वे भारतीय क्रिकेट को कैसे आगे ले जाना चाहते हैं। अगर वे टेस्ट क्रिकेट के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में भी खेलना चाहिए।"
गंभीर ने टीम के ट्रांजिशन को लेकर जल्दी कोई निष्कर्ष निकालने से इनकार किया। उन्होंने कहा, "अभी से किसी बदलाव की बात करना जल्दबाजी होगी। पांच महीने में चीजें कहां होंगी, यह कहना मुश्किल है। मैं हमेशा ड्रेसिंग रूम को खुश रखने और निष्पक्ष रहने की कोशिश करता हूं।" गंभीर से पूछा गया कि क्या जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति के कारण भारत को हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, "हमारे पास मौके थे। जसप्रीत का होना निश्चित रूप से मददगार होता, लेकिन अच्छी टीम किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं होती। हमारे पास पाँच अच्छे गेंदबाज थे, लेकिन हम मैच जीतने में नाकाम रहे। यह हार बस सिंपल है।" कप्तान रोहित शर्मा ने सिडनी टेस्ट के दौरान अपने रिटायरमेंट की अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा, "मैं जल्द रिटायर नहीं होने वाला। यह फैसला (अंतिम टेस्ट से हटने का) मैंने खुद लिया क्योंकि मेरे रन नहीं बन रहे थे। मैं कड़ी मेहनत करूंगा और जल्द ही वापसी करूंगा। यह रिटायरमेंट या फॉर्मेट छोड़ने का कोई फैसला नहीं है।"
रोहित ने स्पष्ट किया कि उन्होंने हेड कोच गौतम गंभीर और सेलेक्टर अजीत अगरकर से बात करके फैसला लिया था कि इनफॉर्म खिलाड़ी को मौका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "मैंने यह निर्णय सिडनी में आकर लिया क्योंकि न्यू ईयर पर टीम के साथ इसे साझा करना सही नहीं लगता।" ऑस्ट्रेलियाई कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने आरोप लगाया था कि पहले दिन के खेल के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने सैम कोंस्टास को डरा-धमकाया। इस पर गंभीर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह एक कठिन खेल है और इसे केवल टफ लोग ही खेलते हैं। मुझे नहीं लगता कि इसमें डराने जैसी कोई बात थी।"
इस हार के बाद भारतीय टीम को अब अगली टेस्ट सीरीज इंग्लैंड में जून-जुलाई के दौरान खेलनी है। टीम को इस हार से सबक लेकर अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा। वहीं, रोहित और विराट जैसे सीनियर खिलाड़ियों के फॉर्म और भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। भारत ने 10 साल बाद BGT ट्रॉफी गंवाई है, जो टीम के प्रदर्शन पर गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या भारतीय क्रिकेट को युवा खिलाड़ियों की तरफ रुख करना चाहिए या सीनियर खिलाड़ियों पर भरोसा बनाए रखना चाहिए? यह आने वाले समय में टीम मैनेजमेंट के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।