पेरिस : फ्रांस में एक 15 साल की बच्ची पर स्कूल आने पर प्रतिबंध लगाया गया, क्यों कि वो लांग स्कर्ट पहन कर स्कूल गई थी। पुर्तगाल मूल की फ्रेंच इस लड़की का नाम के डिसूजा है। एक साल पहले तक डिसूजा कैथोलिक धर्म को मानती थी, लेकिन इसके बाद उसने अपने परिवार वालों की मर्जी से इस्लाम कबूल कर लिया।
फ्रेंच एजुकेशन सिस्टम इस बात की जांच में जुटा है कि कहीं डिसूजा अतिवादी इस्लामिक गतिविधियों की शिकार तो नहीं हो रही है। मॉन्टरी-फोक-इयान में हेड टीचर ने इस लड़की को क्लास में आने से मना कर दिया। टीचर को लगा कि लंबी स्कर्ट मुसलमान औरतें पहनती हैं, जो कि स्पष्ट तौर से धार्मिक आस्था को दर्शाता है।
फ्रांस के सख्त धार्मिक कानून के तहत स्कूलों में इस तरह धार्मिक आस्था दर्शाने पर प्रतिबंध है। स्कूल में उस लड़की के पैरेंट्स के साथ मामले को सुलझाने के लिए एक मीटिंग हुई। लड़की की मां ने कहा कि मेरी बेटी कानून का आदर करती है और मैं उसके मजहब का सम्मान करती हूँ।
अब तक स्कूल ने उसके ड्रेस को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की थी। धर्म परिवर्तन के कारण स्कूल में कोई परेशानी नहीं है। लोगों को तत्काल किसी निर्णय पर पहुंचने से बचना चाहिए। यदि लंबी स्कर्ट फैशन के लिहाज से पहनी जाए, तो ठीक है। वरना किसी धार्मिक मान्यता के तहत यदि ऐसा किया जाता है, तो फ्रांस में इसकी इजाजत नहीं है।
2004 के नियम के मुताबिक राज्य के सारे स्कूल सेक्युलर हैं और वहां धार्मिक पहाचानों को जाहिर करने वाले कपड़े पहनकर जाना प्रतिबंधित है। काउंसिल ऑफ स्टेट ने लंबी स्कर्ट के मामले में नियमों को पूछा है। सीसीआईएफ इस्लामोफोबिया वॉचडॉग के मुताबिक, सैकड़ों छात्रों को उनके कपड़ों, जिनसे धार्मिक आस्था झलकती है, के लिए फ्रांस में स्कूलों ने रिजेक्ट किया गया है।