भारतीय नौसेना की परमाणु क्षमता वाली पनडुब्बीयां जल्द ही खतरनाक टॉरपीडो से लैस हो जाएंगी. नौसेना को टॉरपीडो सप्लाइ करने की रेस अब अपने अंतिम पड़ाव पर आ गई है. जिसमें जर्मन एटलस इलेक्ट्रॉनिक और फ्रेंच नेवल ग्रुप शामिल है. भारत की स्कॉर्पीन श्रेणी की पारंपरिक और अरिहंत श्रेणी की परमाणु पनडुब्बियों के टॉरपीडो के लिए नौसेना ने टेंडर निकाला था.
अमित शाह की चुनौती मायवती ने की स्वीकार, इस मामले में बहस करने पर तैयार
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कि टेंडर का जवाब देने का आखिरी दिन 17 जनवरी था सिर्फ जर्मन एटलस इलेक्ट्रॉनिक और फ्रेंच नेवल ग्रुप ने ही प्रस्ताव का जवाब दिया है. भारत में मझगांव डॉकयार्ड्स लिमिटेड (MDL) में बनाई जा रही फ्रांसीसी मूल की स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के लिए यह टेंडर जारी किया गया था. फ्रांस, स्वीडन, रूस और जर्मनी के वैश्विक निर्माताओं को नौसेना के लिए हैवीवेट टॉरपीडो के लिए टेंडर्स जारी किया गया था, लेकिन केवल दो फर्मों ने ही जवाब दिया है.
अमित शाह को मिली नयी चुनौती, दाढ़ी वाले ने बहस के लिए किया आमंत्रित
अगर आपको नही पता तो बता दे कि हेवीवेट टॉरपीडो के लिए नौसेना की तत्काल आवश्यकता को विदेशी विक्रेताओं के माध्यम से पूरा किया जाएगा. जबकि आगे की आवश्यकता के लिए इसे 'मेड इन इंडिया' के माध्यम से पूरा किया जाएगा. नौसेना ने वैश्विक आपूर्तिकर्ताओं से यह आश्वासन भी लिया है कि उनकी टॉरपीडो को उनकी सरकारों द्वारा अरिहंत श्रेणी के परमाणु संचालित बैलिस्टिक पनडुब्बियों पर तैनात करने की अनुमति दी जाएगी.
यहाँ एक महीने तक मक्खन से होगा भगवान शिव का श्रृंगार, नहीं चढ़ाया जायेगा जल
भारी बर्फबारी से बागवानों को लगा बुरा झटका, सेब समेत गुठलीदार फलों की बड़ी कीमत
हिमाचल में बर्फबारी से 198 सड़कें हुई बंद, शहरों का पारा पहुंचा माइनस पांच