आस्था का ढोंग कर बैठ रहे जुर्म के सिंहासन पर
आस्था का ढोंग कर बैठ रहे जुर्म के सिंहासन पर
Share:

कहते है की संत ओर भक्त का चोली दामन का साथ होता है लेकिन वही संतरुपि चोला ओढ़कर आस्था के साथ खिलवाड़ करते है। संत की परिभाषा होती है की भोग विलास की मोह माया को त्याग कर खुद को परमात्मा के समर्पित कर देना। लेकिन यहा तो कुछ और ही हो रहा है। धर्म की आड़ मे संत नाम के हवाले से काले कारनामो को अंजाम दिया जाता है। संत के नाम पर पूरे सनातन को धर्म को बदनाम किया जाता है। ये लोग आस्था का ढोंग कर जुर्म के सिंहासन बैठ रहे है। जब निर्मल बाबा अपने पाखंड से सबके ऊपर अंधविश्वास रूपी कृपा की बारिश कर रहे थे उसी दौरान मार्केट मे राधे माँ नाम की युवती ने तहलका मचा दिया। रातो रात एक आम इंसान से देवी बनी इस लड़की ने हजारो की तादाद मे भक्तो को मूर्ख बनाना प्रारम्भ कर दिया। जब आस्था का यह ढोंग चल रहा था उस दौरान राधे माँ के काले कारनामो का पर्दाफाश होने लगा तो जो सच सामने आया वह वाकई सनसनीखेज था।

खुद को देवी कहकर पाखंड करने वाली राधे माँ आलीशान दरबार मे शाही चोकी के नाम से लाखो के चड़ावे से अपने खजाने को भरती है। लाखो के गहने पहन और चेहरे पर झूठ का मेकअप पोतकर लोगो को गलत काम करने के लिए उकसाया जाता है। कभी तो छोटे कपड़ो मे अर्धनग्न होकर फिल्मी गानो पर ठुमके लगाए जाते है तो कभी लोगो की बाहो मे मदहोश होकर झूलती नज़र आती है। पाखंड की कहानी यही खत्म नही होती है। आस्था मे डूबे भक्तो के सामने बकायदा अश्लीलता परोसी जाती है। आशीर्वाद के रूप मे लाल गुलाब दिया जाता है। लेकिन अब राधे माँ का नकाब उतार चुका है।

आप समोसा खाओ, पास मे बैठे व्यक्ति को भी खिलाओ, कृपा होगी। अगर समोसे खाने ओर खिलाने से कृपा होती तो आज समोसे दुकान वाला लक्जरी कार से घूमता। जब भी कुछ घटना होती है तो हमारे देश मे काफी प्रचार प्रसार किया जाता है। टेलीविज़न पर आस्था का एक और गोरखधंधा चला था। हजारो लाखो रुपए समागम के नाम पर खातो मे जमा करवाए जाते। वाह निर्मल बाबा के द्वारा जो तर्क दिए जाते है वह सरेआम अंधविश्वास का पुलिंदा उजागर होता है।

भारत मे कई जगह पर आस्था का साम्राज्य फैलाकर अपने काले कारनामो को अंजाम देना आसाराम ने बहुत खूब सीखा था। जगह जगह गुरुकुल मे मासूम बच्चो को खुद को भगवान कहलवाने का पाठ पढ़ाया जाता फिर उन्ही बच्चो की हत्या कर उसी आश्रम मे हमेशा के लिए दफना दिया जाता है। जब एक नाबालिग लड़की ने आसाराम के जुर्म की दास्तां बयान की तो सभी के पैरो तले से जमीन सरक गई। फिर उसके बाद संत का डंका पीटने वाले आसाराम के जुर्म की कड़िया खुलने लगी और आज आसाराम हवालात के अंदर जैल की हवा खा रहा है। इन ढोंगी संतो के पाखंड की चक्की मे सम्पूर्ण सनातन पीस रहा है। कैसे बंद होगा होगा यह आस्था का व्यापार? जहा भोले भाले लोगो की मानसिकता से खिलवाड़ किया जाता है ।

संदीप मीणा.

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -