फ्रांस : भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता प्राप्त करने की जद्दोजहद में लगा हुआ है। हालांकि कुछ देशों ने इसका प्रारंभिक समर्थन भी किया है। तो दूसरी ओर कुछ अभी भी इस मसले पर वैचारिक तौर पर आगे आए हैं। ऐसे में फ्रांस द्वारा भारत का समर्थन किए जाने को काफी अच्छा संकेत माना जा है। दरअसल भारत लंबे समय से सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता पाने के लिए कवायदें कर रहा था। ऐसे में फ्रांस का समर्थन मिलने से भारत को बल मिला है।
फ्रांस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शांति, सुरक्षा, विशेषरूप से आतंकवाद विरोधी मसले को लेकर भारत का समर्थन किया गया। इस दौरान फ्रांस ने भारत का समर्थन करने की बात कही। इस मामले में कहा गया कि भारतीय सैनिकों की विश्व को सुरक्षा के लिए आवश्यकता है। आखिर भारत के सैनिकों के बिना विश्व कैसे सुरिक्षत होगा।
फ्रांस द्वारा विरासत संपत्ति के विनाश को लेकर भी विरोध किया गया। फ्रांस की ओर से कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी तौर पर जगह पाने की भारत की ओर से यूएन में सुधारवादी कदमों की ओर आगे बढ़ना होगा। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फ्रांस दौरा काफी कारगर साबित हुआ है। उल्लेखनीय है कि भारत यदि स्थायी सदस्य बन जाता है तो उसे भी वीटो पाॅवर मिल जाएगा।