फ्रांस में नए श्रम कानूनों के विरोध के चलते स्थिति बिगड़ती चली जा रही है. इसी सिलसिले में गुरुवार को पेरिस में सबसे बड़ी रैली निकली गयी. जिसमे हिंसा भड़कने से पुलिस और प्रदर्शनकारियों जमकर भिड़त हुई.
दरअसल फ्रांस में प्रधानमंत्री मैनुएल वाल्स द्वारा नये श्रमिक कानून लागु किया गया है. जिसमे कंपनियों को अपनी मर्जी से नौकरी देने और निकालने के अधिकार के साथ वेतन कम करने की भी अधिक आजादी दी गयी है. साथ ही कंपनी काम के समय को प्रति सप्ताह 35 से बढ़ाकर 46 घंटे तक कर सकती.
इस कानून के विरोध में में पूरे फ्रांस में देशव्यापी हड़ताल का माहौल बन गया है. जिसमे अब तेल रिफाइनरियों, परमाणु बिजली घरों, बंदरगाहों और परिवहन केंद्रों के कर्मचारियों भी शामिल हो गए है. फ्रांस में दो सप्ताह बाद यूरो फुटबॉल चैंपियनशिप, 2016 का आयोजन होना है. ऐसे में स्थानीय सरकार को इस समस्या से जल्द निपटना होगा.