नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व् मीरगंज(कांवर) के पूर्व विधायक भूपेंद्र नाथ शर्मा का शनिवार को एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दुखद निधन हो गया. वे काफी समय से बीमार चल रहे थे, पूर्व विधायक ने दोपहर के समय अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर फैलते ही उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लग गई. पूर्व मंत्री स्व. धर्म दत्त बैद्य के पुत्र बीएन शर्मा अपने पीछे पत्नी अमला शर्मा, दो पुत्र डाॅ. अनुपम शर्मा व निरुपम शर्मा सहित भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं.
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पूर्व विधायक भूपेंद्र नाथ शर्मा 1977 में पहली बार कांग्रेस से मीरगंज तत्कालीन कांवर सीट से विधानसभा चुनाव लड़कर जीते थे, इसके बाद 1989 में भी वे दोबारा मीरगंज से ही चुनाव लड़कर विधायक बने, तब उन्हें समाजवादी पार्टी का समर्थन प्राप्त था, फिर राजनीति में पैसे के बढ़ते प्रभाव और गिरते स्तर से दुखी होकर उन्होंने संन्यास ले लिया.
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पूर्व विधायक का मानना था कि लोकतंत्र में राजनीति की मर्यादा कैडर और ईमानदारी में ही है, न कि धन-दौलत में निहित है. पूर्व विधायक भूपेंद्र नाथ शर्मा को राजनीति में कदम रखने की शिक्षा उनके पिता पंडित धर्मदत्त वैद्य से प्राप्त हुई थी. उनके परिवार की राजनीति में प्रदेश तक अच्छी पकड़ थी, उनके पिता पं. धर्मदत्त वैद्य भी कांग्रेस की प्रदेश सरकार में 18 साल मंत्री और 32 साल विधायक रहे थे. हालांकि, उनके दोनों बेटे डाॅ. अनुपम शर्मा व निरुपम शर्मा ने शुरू से राजनीति से दुरी बनाकर रखी है.
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