नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अब रिहा हो चुकी हैं। वहीँ रिहाई के बाद ही उन्होंने यह ऐलान कर दिया है कि, 'अनुच्छेद-370 की बहाली के लिए वह एक बार दोबारा से संघर्ष शुरू करने वाली हैं। आप देख सकते हैं उन्होंने 1 मिनट 23 सेकेंड का एक ऑडियो संदेश अपने ट्विटर पर जारी किया है। वहीँ इस संदेश को जारी करते हुए उन्होंने कहा, 'उस काले दिन का काला फैसला उनके दिमाग में खटकता रहा है।' आप सभी को हम पहले तो यह बता दें कि पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को एक साल से अधिक समय के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की सरकार ने बीते मंगलवार को रिहा कर दिया।
After being released from fourteen long months of illegal detention, a small message for my people। pic।twitter।com/gIfrf82Thw
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 13, 2020
जी दरअसल पिछले साल 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने से पहले ही जम्मू कश्मीर के अहम नेताओं को केंद्र सरकार ने हिरासत में लिया था और इन्ही में एक नाम शामिल था महबूबा मुफ्ती का। फिलहाल रिहा होने के बाद एक ऑडियो संदेश जारी करते हुए महबूबा ने कहा, "एक साल से ज्यादा समय तक हिरासत में रहने के बाद मुझे रिहा कर दिया गया है, उस काले दिन का काला फैसला मेरे दिल और रुह पर हर पल वार करता रहा, मुझे यकीन है कि ऐसी ही स्थिति जम्मू-कश्मीर के लोगों की रही होगी।"
केवल यही नहीं बल्कि महबूबा ने केंद्र सरकार पर भी अपनी अकड़ दिखाई और कहा कि, 'इस सरकार ने जो लोगों की बेइज्जती की है उसे जनता नहीं भूलेगी।' आप सुन सकते हैं महबूबा ने कहा है कि, 'अनुच्छेद 370 को हटाना एक अवैध फैसला था, लेकिन जम्मू कश्मीर के लोग इस फैसले को बदलने के लिए एकमत होकर लड़ेंगे और कश्मीर से जुड़े मुद्दों के निपटारे के लिए साथ मिलकर काम करेंगे जो हजारों जिंदगियां निगल गईं हैं।' इसके अलावा उन्होंने यह तक कहा है कि 'ये संघर्ष आसान नहीं रहने वाला है। जब मुझे छोड़ दिया गया है तो मुझे उम्मीद है कि और जो लोग अवैध रूप से हिरासत में हैं, उन्हें भी छोड़ दिया जाएगा।'
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