उज्जैन : सिहंस्थ 2016 में वन विभाग द्वारा जलाऊ लकड़ी बांस और बल्ली की व्यवस्था की जायेगी। वन विभाग द्वारा आंकलन किया गया है कि सिंहस्थ के दौरान 75 हजार क्विंटल लकड़ी 50 हजार बल्ली और 75 हजार नग बांस की आवश्यकता होगी। उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ 2004 में वन विभाग द्वारा 29 हजार 756 क्विंटल जलाऊ लकड़ी 27220 नग बांस और 2224 नग बल्ली का प्रदाय किया गया था। सिंहस्थ.2016 में सम्पूर्ण व्यवस्था के प्रभारी वन मण्डलाधिकारी स्तर के अधिकारी होंगे। वन विभाग द्वारा जलाऊ लकड़ी बांस बल्ली के भंडारण के लिए मेला क्षेत्र में 4 स्थानों पर अस्थाई डिपो बनाये गये हैं। मेला क्षेत्र के बाहर नागझिरी एवं वन परिसर में 2 न्यूक्लियर डिपो तैयार किये गये हैं।
अस्थाई डिपो उजरखेड़ा मंगलनाथ दत्तअखाड़ा तथा भेरूगढ़ क्षेत्र में स्थापित किये गये हैं। मेला क्षेत्र में स्थापित किये जाने वाले अस्थाई डिपो पर अग्निसुरक्षा एवं अन्य सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से बाह्य अग्निसुरक्षा पट्टी 10 मीटर एवं आंतरिक अग्निसुरक्षा पट्टियां 3 मीटर की बनाई जायेंगी। प्रत्येक हेक्टर में 3.3 स्थानों पर बालूरेत की व्यवस्था की जायेगी। प्रत्येक अस्थाई डिपो में 2.2 अग्निशमन यंत्र 2.2 फायर बाल एवं 10.10 फायर बीटर की व्यवस्था की जायेगी। 12 सिंहस्थ में फुटकर विक्रेता नियुक्त होंगे सिहंस्थ के दौरान साधु.संतों एवं मेले में आने वाले श्रद्धालुओं तथा विभिन्न संस्थाओं को वनोपज उपलब्ध करवाने के लिए 12 सेक्टरों में फुटकर विक्रेता केन्द्र स्थापित किये जायेंगे।
इसमें दत्त अखाड़ा झोन के दत्तअखाड़ा भूखीमाता उजरखेड़ा एक एवं दो सेक्टर में मंगलनाथ झोन के मंगलनाथ खाकचोक खिलचीपुर सेक्टर में कालभैरव झोन के सिद्धवट कालभैरव गढ़कालिका सेक्टर में तथा महाकाल झोन के महाकाल सेक्टर में फुटकर विक्रय केन्द्र बनाये जायेंगे। कुल 184 अधिकारी तैनात होंगे वन विभाग द्वारा सिंहस्थ के दौरान 184 अधिकारी कर्मचारी तैनात होंगे। इसमें 4 सहायक वन संरक्षक 12 वन क्षेत्रपाल 46 उपवन क्षेत्रपाल 79 संरक्षक 3 महावत 38 सुरक्षा श्रमिक एवं 2 कम्यूटर ऑपरेटर तैनात किये जायेंगे।