नई दिल्ली: कांग्रेस के लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने भारतीय सेना को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसकी भाजपा ने कड़ी निंदा की थी। अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राहुल गांधी को लोकसभा में करारा जवाब दिया है। जयशंकर ने कहा है कि सियासी आलोचनाओं का हमेशा स्वागत है, मगर अपने जवानों का अपमान नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेना के लिए ‘पिटाई’ जैसे शब्दों का उपयोग करना सही नहीं है।
If we were indifferent to China then who sent the Indian Army to the border. If we were indifferent to China then why are we pressurising China for de-escalation and disengagement today? Why are we saying publicly that our relations are not normal?: EAM Dr S Jaishankar pic.twitter.com/5rAqfQweR4
— ANI (@ANI) December 19, 2022
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि, 'हमें प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर अपने जवानों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। हमारे जवान यांग्त्से में 13 हजार फीट की ऊँचाई पर खड़े होकर हमारी सरहदों की रखवाली कर रहे हैं। उनका सम्मान और उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए।' जयशंकर ने आगे कहा कि, 'मैंने सुना है कि विदेश मंत्री के रूप में मुझे अपनी समझ को और विकसित करने की आवश्यकता है। जो नेता मुझे यह सलाह दे रहे हैं, उस नेता के सम्मान में मैं नतमस्तक ही हो सकता हूँ।' दरअसल, विदेश मंत्री, राहुल गांधी के ‘सेना की पिटाई’ वाले बयान पर जवाब दे रहे थे।
बता दें कि, अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों में हुई झड़प के बाद राहुल ने कहा था कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है और केंद्र की मोदी सरकार सो रही है। राहुल गांधी ने कहा था कि चीन भारतीय जवानों के पीट रहा है और उसने भारत के 2,000 किलोमीटर वर्ग स्क्वायर पर कब्जा कर लिया है। राहुल के इस बयान पर जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि, 'यदि हम चीन के प्रति उदासीन थे, तो भारतीय सेना को बॉर्डर पर किसने भेजा? यदि हम चीन के प्रति उदासीन थे, तो आज हम चीन पर डी-एस्केलेशन और डिसइंगेजमेंट के लिए दबाव क्यों डाल रहे हैं? हम सार्वजनिक तौर पर क्यों कह रहे हैं कि हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं।'
इसके साथ ही विदेश मंत्री ने जोर देते हुए कहा है कि सेना के लिए पिटाई जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना सही नहीं है। हमारे जवान इस तरह की भाषा के हकदार नहीं हैं। उनके लिए इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। बता दें कि राहुल ने यह बयान भी उस समय दिया था, जब चीनी सैनिकों को भारतीय जवानों द्वारा पीटने का वीडियो पूरी मीडिया में वायरल हुआ था। हालाँकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि यह वीडियो तवांग का है या नहीं, मगर वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा था कि भारतीय जवान चीनियों की पिटाई कर उन्हें वापस खदेड़ रहे हैं। लेकिन, इस बीच राहुल के पिटाई वाले बयान को सेना का मनोबल तोड़ने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
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