रोहतक : जिस महाविद्यालय में छात्राऐं अध्ययन करने के लिए आती हैं वहां से लड़कियों को ऐसे कार्य के लिए भेजा जाता है जो बदनामी के लिए जाना जाता है। जी हां, जो छात्राऐं डाॅक्टर बनकर लोगों का उपचार करने के लिए आती हैं उन्हें जिस्म फरोशी के दलदल में उलझाया जा रहा है। हाल ही में यहां के आयुर्वेदिक महाविद्यालय के होस्टल को लेकर इस तरह की जानकारी सामने आई है। जिसमं कहा गया है कि छात्राओं को यहां से सेक्स वर्क के लिए सप्लाई किया जाता है, जब छात्राऐं विरोध करने लगती हैं तो उन्हें तरह-तरह से टाॅर्चर किया जाता है।
यह बात तब सामने आई जब एक छात्रा ने सदर थाने में शिकायत की। इस छात्रा की शिकायत थी कि उसकी ही एक सहपाठी छात्रा ने 25 मई वर्ष 2016 को छात्रा के मुंह में कपड़ा डाल दिया और फिर उसे वेश्यावृत्ति करने के लिए दबाव बनाया। इस छात्रा ने दूसरे छात्रों को भी बुला लिया।
वार्डन आॅफिस में भी पीड़िता के साथ मारपीट हुई और उसे वेश्यावृत्ति के लिए बाहर जाने को कहा गया। उसके मना करने पर कहा गया कि उसे टाॅर्चर किया जाएगा। छात्रा ने अपने पिता को सूचना दी और रिश्तेदारों की मदद से छात्रा ने शिकायत की। हालांकि इस मामले में कार्रवाई न होन पर छात्रा डीजीपी के पास पहुंची और आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया गया।