style="text-align: justify;">नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंचाचती राज सम्मेलन में उपस्थितों को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने कहा कि गांव के भी सपने बड़े हैं। हमे इनको पूरा करने के लिए योजना बनाकर विकास करना होगा। गांव में हजारों काम है लेकिन वे बिखरे पड़े हैं। गांव में नियुक्त सरकारी अधिकारियों कर्मचारियों को एक साथ बिठाकर चर्चा करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि गांव के विकास के लिए बजट काफी बड़ा रहता है।
गांव का विकास सामूहिक प्रयास से हो सकता है। दरअसल पंचायतों के लिए बजट है मगर काम सही तरह से होना जरूरी है।
यदि हमारा कोई बच्चा स्कूल छोड़ दे तो हमें दुख होता है लेकिन गांव के बच्चे के स्कूल छोड़ने पर हम क्यों विचार नहीं कर पाते। जब हम यह विचार करेंगे कि कोई भी बच्चा स्कूल न छोड़े तो गांव का विकास होगा। हमें व्यवस्थाओं को मिलकर विकसित करना होगा।
नागरिकों में गांव के लिए कुछ करने की ललक होना जरूरी है। क्या माह में एक बार रिटायर्ड लोगों की बैठक की जा सकती है।
जिससे वे अपना समय निकालकर बच्चों को पढ़ा सकें, उन्हें शिक्षित कर सकें। हमें लोगों को अभिप्रेरित करने की जरूरत है।
गांव में विकास करने के लिए विचार की जरूरत है। दरअसल सड़क बजट से बनती है लेकिन हरियाली तो सोच से ही आती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं की सोच को विकसित कर आगे लाना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गांव के विकास के लिए सभी को आगे आना होगा। हमें विचार करना होगा कि आखिर हमने गांव को क्या दिया। जब मिलकर गांव के विकास के लिए कार्य करेंगे तो परिणाम बेहतर होंगे।