नई दिल्ली : शेयर बाजार में लगातार मच रही उथल पुथल के कारण सरकार की विनिवेश की चाल धीमी होती दिखाई दे रही है. इसके साथ ही यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि यदि ऐसा ही लम्बे समय तक बना रहता है तो सरकार के गैर कर राजस्व के लक्ष्यों को पूरा करने में भी कई मुश्किलें सामने आ सकती है. गौरतलब है कि पिछले एक महीने के दौरान ग्लोबल मार्केट की स्थिति ठीक नहीं है और इसके कारण ही शेयर मार्केट में भी उठापटक का माहौल बना हुआ है. इसके साथ ही यह भी सामने आया है कि अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका बनी हुई है और साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट के दिखाई देने के बाद से ही निवेशकों ने भी बाजार से अपना पैसा निकालने की दिशा में कदम उठा रहे है.
इसके साथ ही इसे शेयर मार्केट के न्यूनतम स्तर पर आने की एक मुख्य वजह भी बताया जा रहा है. यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके कारण ही विनिवेश में अपना हाथ आजमा रही कंपनियां भी अब यहाँ से अपना हाथ खिंच रही है. आपको बता दे कि सार्वजनिक क्षेत्र की कुछ कम्पनियों ने तो विनिवेश विभाग को यह भी कह दिया है कि उसे अभी मार्केट में उतरने के लिए थोड़ा वक़्त और चाहिए.