नई दिल्ली : राजधानी में अफ्रीकियों पर हो रहे हमले ने सभी विपक्षी पार्टियों को एक बार फिर से बोलने का मौका दे दिया है। राजधानी के महरौली में हुई इस घटना के आरोप में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इसके अलावा तीन अन्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है।
इस हमले को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीधे सवाल दागा है कि दिल्ली में जो हो रहा है, वो कौन सा राज है। केंद्र पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्ता किसके हाथ में है। 26 मई की रात को महरौली में तेज गाना बजाने को लेकर शुरु हुए विवाद में तीन अफ्रीकी नागरिकों को पिटाई कर दी गई।
दिल्ली में युगांडा के भाई-बहन पर भी हमला हुआ था। 26 मई को अस्पताल से लौटते वक्त करीब 10 लोगों पर पिटाई का आरोप है। दिल्ली में पिछले हफ्ते ऑटो रिज़र्व करने को लेकर हुए झगडे में कांगो के रहने वाले ओलिवा को किशनगढ़ इलाके में तीन लड़कों ने पीट-पीटकर मार डाला था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अफ्रीकियों द्वारा शराब पीने से माहौल खराब हो रहा था। उधर विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह का कहना है कि दिल्ली में अफ्रीकी नागरिकों पर हो रहे हमलों को मीडिया बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रही है। सिंह के इस बयान की ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन ने निंदा की है।
संस्था ने कहा है कि मोदी सरकार सिंह पर लगाम लगाए। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। विदेशी नागरिक पर हमले के मामले को लेकर सुषमा स्वराज ने राजनाथ सिंह और उप-राज्यपाल से बात की थी। उन्होंने बयान दिया था कि ऐसी घटनाओं से देश की छवि ख़राब होती है।