मेरठ: मेरठ जिले के 135 मदरसों में 2010-11 में हुए करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में 26 मदरसों के प्रबंधकों और संचालकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। सभी मुकदमों में तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और एक लिपिक को नामजद किया गया है। यहां बता दें कि मेरठ में ईओडब्लू का थाना करीब एक माह पूर्व ही मेरठ की 44वीं वाहिनी पीएसी परिसर में खुला था। इस थाने में घोटाले की पहली एफआईआर दर्ज हुई है।
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वहीं ईओडब्लू आर्थिक अपराध एवं अनुसंधान शाखा मेरठ के एसपी राम सुरेश यादव ने बताया कि 2010-11 में शासन को मेरठ के 145 मदरसों की शिकायत हुई थी। बता दें कि आरोप था कि मदरसों के प्रबंधकों और संचालकों ने करोड़ों का घोटाला किया है। जांच में सामने आया कि 135 मदरसों में तीन करोड़ 50 लाख का छात्रवृत्ति घोटाला हुआ है। करीब पांच दिन पहले शासन से 26 मदरसों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश हुआ था।
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गौरतलब है कि इन सभी 26 मदरसों के प्रबंधक और प्रधानाचार्य पर मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। वहीं एसपी ने बताया कि सभी मुकदमों में तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुमन गौतम और लिपिक संजय त्यागी को नामजद किया गया है। अब पुलिस पता लगा रही है कि मदरसों में उस समय कौन प्रबंधक और कौन प्रधानाचार्य था। इसके बाद मुकदमों में सभी के नाम खोले जाएंगे।
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