रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा में पिता की प्रताड़ना से परेशान होकर 3 मासूम बच्चों ने घर छोड़ दिया। ये बच्चे 25 किलोमीटर का सफर तय करके शहर पहुंचे तथा गुजरात जाने की तैयारी में थे। किन्तु उनके आगे का सफर आरम्भ होने से पहले ही पुलिस पहुंच गई तथा उन्हें समझा-बुझाकर वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया।
दरअसल, बैकुंठपुर थाना क्षेत्र, जो शहर से 25 किलोमीटर दूर है, वहां रहने वाले दो बहनें और एक भाई अपने पिता की प्रताड़ना से परेशान होकर अपने दादा जी के पास गुजरात जाने के लिए निकल पड़े। उनके पास न तो दादा जी का पूरा पता था तथा न ही पर्याप्त पैसे। बैकुंठपुर से उन्होंने ऑटो लिया और रीवा शहर पहुंच गए। फिर वे पैदल ही आगे का सफर तय कर रहे थे। इसी बीच एक पत्रकार की नजर उन पर पड़ी तथा उसने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चों को समझाया और अपने साथ ले आई। बच्चों ने बताया कि उन्होंने गिफ्ट में मिले पैसे इकट्ठा करके रखे थे। वे अपने पिता से बहुत परेशान थे, क्योंकि उनके पिता आए दिन शराब के नशे में उन्हें मारते-पीटते थे। उनके पिता का बर्ताव उनकी मां के साथ भी ठीक नहीं था, जिस कारण उनकी मां अब अलग रहती हैं, जबकि बच्चे अपने पिता के साथ रहते थे। उन्हें न तो भरपेट खाना मिलता था और न ही प्यार।
दरअसल, बच्चों के माता-पिता का मामला फैमिली कोर्ट में लंबित है। मासूम बच्चों ने बताया कि पिता रोज शराब के नशे में उन्हें मारते हैं, इसलिए वे गुजरात अपने दादा जी के पास जाना चाहते हैं। वे पापा के पास नहीं लौटना चाहते। रीवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि वक़्त पर खबर प्राप्त होने की वजह से बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया। यदि सूचना वक़्त पर न मिलती, तो कोई अनहोनी हो सकती थी। फिलहाल बच्चों को वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है तथा चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) को इस मामले की जानकारी दे दी गई है। सीडब्ल्यूसी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बच्चों के बयान दर्ज किए हैं तथा उनके परिवार से बात करके उचित समाधान के प्रयास आरम्भ कर दिए गए हैं।
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