Oct 10 2016 03:03 PM
धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश के बैजनाथ शहर में रहने वाले लोग रावण को सम्मान देते है और यही कारण होता है कि दशहरा पर एक दूसरे को लोग बधाई देने से गुरेज तो नहीं करते है लेकिन रावण बिल्कुल नहीं जलाते। इसके पीछे कारण भगवान शिव का खौफ होना है।
लोगों को यह खौफ सताता है कि यदि उन्होंने रावण को जलाया तो कहीं भगवान शिव उनसे नाराज न हो जाये। दरअसल धर्मशास्त्र में यह उल्लेख मिलता है कि बैजनाथ में रावण ने ही भगवान शिव की स्थापना की थी। बाबा बैजनाथ का मंदिर दुनियाभर में मशहूर है। शास्त्र के जानकार बताते है कि बैजनाथ में भगवान शिव की रावण के हाथों ही स्थापना हुई थी। चुंकि रावण शिव का अनन्य भक्त था, इसलिये यहां के लोग रावण को जलाने से दूरी बनाये रखते है।
जलाया तो नहीं रहे
बैजनाथ शहर में रहने वाले लोग बताते है कि बीते वर्षों में कुछ लोगों ने रावण का पुतला बनाकर उसे जलाय था, लेकिन अगले साल आने वाले दशहरे में वे लोग दुनिया से ही चले गये। इसके बाद से तो यहां के लोग रावण को जलाने का साहस करते ही नहीं है।
हिंदी न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml
इंग्लिश न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml
फोटो - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml
© 2024 News Track Live - ALL RIGHTS RESERVED