रायगढ़ /छत्तीसगढ़ : रायगढ़ में एक पिता की हैवानियत सामने आई है इस पिता ने अपने ही बेटे की बलि चढ़ा दी. मामले में पुलिस ने पिता को गिरफ्तार कर लिया है. इस महीने की 7 तारीख को जिले के गोरखा क्षेत्र में 14 वर्षीय बालक की सिर कटी लाश मिली थी इसके बाद पुलिस ने बालक के पिता रणविजय भारती (40) को उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के छतौना गांव से गिरफ्तार किया है.
पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने बताया कि आर्थिक संपन्नता पाने और पारिवारिक परेशानियां दूर करने के लिए भारती ने अपने पुत्र चंदन की हत्या की थी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि 7 तारीख को गोरखा क्षेत्र में चंदन की सिर कटी लाश मिली थी. वहीं शव के करीब ही चंदन का सिर, धारदार चाकू और पूजन सामाग्री भी मिली थी.
छानबीन के बाद पुलिस ने पुलिस को जानकारी मिली कि चंदन अाखिरी बार अपने पिता के साथ देखा गया था. पुलिस को इस घटना का खुलासा उस मोबाईल से हुआ जिसमें आरोपी पिता ने घटना स्थल से 4 घंटे पहले चंदन की बात उसकी मां से कराई थी. बेटे की बलि देने के बाद आरोपी अपने गांव चला गया था. इसके बाद पुलिस ने आजमगढ़ स्थित उसके घर से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और इसके बाद उसे रायगढ़ लाया गया.
अंधविश्वास में ली बेटे की जान-
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी रणविजय अंधविश्वासी है और जादू टोने में विश्वास करता है. आरोपी को शक था कि उसके गाव छतौना में कई लोग जादू टोना करते हैं और उनमें से ही किसी ने उसपर जादू टोना कर दिया है जिससे वह परेशान है और ठेकेदारी में उसे नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. और इससे छुटकारा पाने के लिए आरोपी ने अपने बेटे की बलि दे डाली.
रणविजय के छह बच्चे थे और चन्दन इनमें तीसरा था घटना के कुछ दिनों पहले रणविजय ने पत्नी को उत्तरप्रदेश स्थित गांव भेज दिया था.