कानपुर: कलयुग में कदाचरण की घटनाएँ रोज सामने आ रही है.ऐसी ही एक घटना यूपी के कानपुर के एक गाँव की है जिसमें नैतिक रिश्तों को तार –तार कर एक बाप ने ही अपनी सगी नाबालिग बेटी की अस्मत लूट ली. जिस बेटी ने पिता की ऊँगली पकड़ कर चलना सीखा उसीने उसकी आबरू लूट ली. यह सोच कर ही घिन आती है .इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि लडकियाँ बाहर क्या अब तो घर में भी सुरक्षित नहीं है.
कानपूर के चकेरी इलाके में सनीगवां में रहने वाला दयानंद सविता उर्फ़ दीपक पेशे से राजमिस्त्री है.उसकी पत्नी सुमन अपने 4 नाबालिग बच्चों को घर में अकेला छोडकर दो दिन पहले मायके फतेहपुर गई थी.सुमन के मायके जाने के बाद शराब पीकर आये दीपक ने अपनी ही बेटी के साथ दुष्कर्म किया. वह दो दिन तक बेटी से जबरन शारीरिक सम्बन्ध बनाता रहा.
बुधवार को जब सुमन वापस घर लौटी तो देखा कि पति घर पर नहीं था. बेटी बदहवास कमरे में पड़ी थी और बाकी बच्चे भी दहशत में थे. माँ को देखकर बच्ची उसके गले से लिपट गई और रोते हुए अपने पिता की करतूत बयाँ की. यह सुनकर सुमन के पैरों से जमीन खिसक गई. पापी पति को सजा दिलाने सुमन बेटी के साथ थाने पहुँच गई और थाने में तहरीर दी.
निरीक्षक अजय कुमार ने पीडिता की बात सुनी. आरोपी के खिलाफ पास्को एक्ट में मुकदमा दर्ज कर बच्ची को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा.निरीक्षक का कहना है कि आरोपी घटना के बाद से ही फरार है. उसकी तलाश शुरू कर दी है.