नई दिल्ली: पूरे भारत के किसान अखिल भारतीय किसान संघ समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) के बैनर के तहत अपनी लंबित पड़ी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए नई दिल्ली में 29 और 30 नवंबर को दो दिवसीय विरोध रैली में भाग लेंगे. एआईकेएससीसी संयोजक वीएम सिंह ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि हमने अधिकारियों को लिखा है कि हम राम लीला मैदान में इकट्ठे होंगे और अगले महीने एक रैली आयोजित करेंगे.
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उन्होंने कहा कि अगर वे हमे रोकने का प्रयास करते हैं तो हम अपने ट्रैक्टरों द्वारा रामलीला मैदान में प्रवेश करेंगे, अब ये फैसला अधिकारीयों पर है कि उन्हें क्या करना है. उन्होंने कहा, "हम राष्ट्रपति से मिले थे और किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए संसद में एक विशेष सत्र की मांग करने के लिए उन्हें एक ज्ञापन प्रस्तुत किया था, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ.''
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उन्होंने कहा कि हमारे पास अब इसके अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है कि रैली निकालें और 2019 के लोक सभा चुनावों के पहले मोदी सरकार को चेतावनी दें. महाराष्ट्र के हटकणंगल क्षेत्र से संसद सदस्य (एमपी) राजू शेट्टी, जो एक किसान नेता भी हैं, ने अपनी कुछ मांगों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम कमीशन द्वारा अनुशंसित न्यूनतम समर्थन मूल्य और किसानों के लिए एक बार अखिल भारतीय ऋण छूट की मांग करते हैं.
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