MP में मशहूर है देवियों के ये 10 मंदिर, जिनके दर्शन के बिना अधूरा है नवरात्र
MP में मशहूर है देवियों के ये 10 मंदिर, जिनके दर्शन के बिना अधूरा है नवरात्र
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चैत्र नवरात्रि का 22 मार्च से शुंभारंभ हो गया है। वही इसके चलते मां का आशीर्वाद पाने के लिए आपको मध्य प्रदेश के कुछ मशहूर एवं पवित्र मंदिरों का दर्शन अवश्य करना चाहिए।

मांढरे की माता मंदिर ग्वालियर में स्थित है। यह मंदिर 147 वर्ष पुराना है तथा इसकी स्थापना तत्कालीन महाराजा जयाजीराव सिंधिया ने की थी। कंपू क्षेत्र के कैंसर पहाड़ी पर बना यह भव्य मंदिर स्थापत्य की दृष्टि से बहुत विशेष है। इस मंदिर में विराजमान अष्टभुजा वाली महिषासुर मर्दिनी मां महाकाली की प्रतिमा अद्भुत एवं दिव्य है।

इंदौर का बिजासन माता मंदिर में नवरात्रि के चलते हजारों श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि इस मंदिर में विराजमान नौ दैवीय प्रतिमाओं को तंत्र-मंत्र का चमत्कारिक स्थान व सिद्ध पीठ माना गया है। मंदिर का निर्माण वर्ष 1760 में शिवाजी राव होल्कर ने करवाया था।

देवी के 52 शक्तिपीठ में से मां चामुंडा, तुलजा दरबार को एक शक्तिपीठ के रूप में माना जाता है। देवी का ये मंदिर देवास में है। कहा जाता है कि देश के अन्य शक्तिपीठों पर मां के अवयव गिरे थे, मगर टेकरी पर माता का रक्त गिरा था। 

श्री कवलका माता मंदिर रतलाम में स्थित है। कहा जाता है कि यहां स्थित मां कवलका, मां काली और काल भैरव की प्रतिमाएं मदिरापान करती हैं। बता दें कि ये मंदिर तकरीबन 300 वर्ष पुराना है। 

मप्र का मैहर शारदा मां के मंदिर के लिए जाना जाता है। यह मंदिर सतना जिले की त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित है। माता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 1063 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। इस मंदिर में मैहर माता के अलावा काली, दुर्गा, गौरी शंकर, शेष नाग,काल भैरवी, हनुमान आदि भी विराजमान हैं।

दतिया का श्री पीताम्बरा पीठ बगलामुखी के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है तथा इस मंदिर की स्थापना श्री स्वामी जी ने 1920 के दशक में की थी। बता दें कि इस स्थान को तपस्थली भी बोला जाता है। यह मंदिर दतिया में ग्वालियर हवाई अड्डे से तकरीबन 75 किलोमीटर एवं झांसी से तकरीबन 29 किलोमीटर दूर स्थित है।

अमरकंटक में कलमाधव मंदिर शक्तिपीठ स्थित है। यह मंदिर देवी सती दुर्गा को समर्पित है। बता दें कि कलमाधव पीठ मां सती के 51 शक्तिपीठों में से एक है।

शोणदेश शक्ति पीठ भी मां सती के 51 शक्ति पीठों में से एक है। यह शक्ति पीठ मध्य प्रदेश के अमरकंटक में स्थित है।

अनपूर्णा मंदिर इंदौर रेलवे स्टेशन से 5 किलोमीटर दूर मंदिर के मुख्य शहर में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1959 में महामंडलेश्वर स्वामी प्रणबानंद गिरि महाराज ने करवाया था।

भैरव पर्वत शक्ति पीठ मध्य प्रदेश का पवित्र मंदिर है।यह मंदिर उज्जैन शहर में शिप्रा नदी के तट पर भैरव पहाड़ियों पर स्थित है।

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