फीस भरने के लिए नहीं थे पैसे, पिता ने बेटियों संग लगाई फांसी
फीस भरने के लिए नहीं थे पैसे, पिता ने बेटियों संग लगाई फांसी
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गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जी दरअसल यहां एक परिवार के तीन लोगों ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। बताया जा रहा है इस घटना के सामने आते ही सनसनी मची हुई है। आप सभी को बता दें कि इस मामले में यह बताया जा रहा है मृतक परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी। इस वजह से ही पिता और दो नाबालिग बेटियों ने दुपट्टे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। इस मामले में फॉरेंसिक टीम जांच के लिए मौके पर पहुंची और तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है यह घटना शहर के शाहपुर इलाके के गीता वाटिका स्थित घोसीपुरवा की है। यहाँ जितेंद्र श्रीवास्तव (45) अपनी दो बेटियों और पिता ओम प्रकाश के साथ रहते थे।

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जी दरअसल जितेंद्र घर पर ही सिलाई का काम करते थे और साल 1999 ट्रेन हादसे में उनका दायां पैर कट गया था। ऐसे में वह कृत्रिम पैर के सहारे घर में ही सिलाई का काम करते थे जबकि उनकी पत्नी सिम्मी की दो साल पहले 2020 में कैंसर से मौत हो गई थी। इसी के साथ उनकी दोनों बेटियां मान्या श्रीवास्तव (16) और मानवी श्रीवास्तव (14) आवास विकास स्थित सेन्ट्रल एकेडमी में कक्षा नौ और सात में पढ़ती थीं। इस मामले में पुलिस को पता चला कि करीब पांच महिनों से दोनों बच्चियों की फीस भी नहीं भरी गई थी। 37000 हजार रुपये बकाया था।

बताया जा रहा है मृतक जितेंद्र के पिता ओम प्रकाश श्रीवास्‍तव ने जानकारी दी है कि, 'मंगलवार सुबह सात बजे नाइट ड्यूटी खत्म कर लौटे तो उन्होंने घर का मुख्य दरवाजा खुला देखा। अंदर जाकर उन्होंने देखा तो अलग-अलग कमरे में बेटा जितेंद और पोती 16 वर्षीय मान्या और 14 वर्षीय मानवी का शव फंखे से लटक रहे थे। वो चीखते हुए बाहर आए और घटना की जानकारी पड़ोसियों के साथ ही शाहपुर थाना पुलिस को दी।'

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इस मामले के बारे में एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच चल रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ होगी। परिवार और उनके पिता से बातचीत में आर्थिक तंगी और कर्ज में डूबे होने की बात सामने आ रही है। दोनों बच्चियों की पांच-पांच महीने की स्कूल फीस बकाया थी और जितेंद्र की दोनों बेटियां पढ़ने में काफी होशियार थीं। चार उन्होंने घर पर चार साल पहले दो तोते पाले थे। जिनका नाम उन्होंने पैब्लो और लीली रखा था। खबरों के अनुसार पुलिस को घर में दोनों तोते कपड़े से ढकें मिले और पास में सुसाइड नोट भी मिला जिस पर लिखा हुआ था कि हमारे मरने के बाद दोनों तोते को छोड़ दिया जाए।

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