श्रीलंका को ‘खोखला’ कर गया परिवारवाद, हर शक्तिशाली पद पर राजपक्षे परिवार का राज, देंखे पूरी सूची
श्रीलंका को ‘खोखला’ कर गया परिवारवाद, हर शक्तिशाली पद पर राजपक्षे परिवार का राज, देंखे पूरी सूची
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स्वतंत्रता के बाद से श्रीलंका (Sri Lanka) अपने सबसे खराब आर्थिक स्थिति (Sri Lanka Crisis) का सामना कर रहा है। ऐसे में इस द्वीपीय देश के सबसे शक्तिशाली परिवार अब फिर से चर्चाओं में छा गया है। ईंधन एवं अन्य जरुरी सामानों की कमी से नाराज सैकड़ों प्रदर्शनकारी 31 मार्च को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास के बाहर पुलिस सेना से भिड़ गए। इस के चलते उन्होंने राष्ट्रपति को पद से हटाने की मांग की तथा कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने सार्वजनिक सुरक्षा अध्यादेश की धाराएं लागू कीं। इसके तहत उनके पास सार्वजनिक सुरक्षा, विद्रोह को दबाने अथवा जरुरी आपूर्ति के रखरखाव के लिए नियम बनाने का अधिकार प्राप्त होता है।

वहीं, भीषण आर्थिक खतरे का सामना कर रहे श्रीलंका में नागरिकों के गुस्से को शांत करने की सरकार के प्रयासों के बीच सोमवार को नये कैबिनेट को शपथ दिलाई जा सकती है। रविवार को देश के सभी 26 मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। किन्तु इन सबके बीच राजपक्षे परिवार की चर्चा जोरों पर हैं, क्योंकि इस परिवार ने श्रीलंका की सर्कार अपनी मुट्ठी में की हुई है। दरअसल, कैबिनेट में 5 राजपक्षे थे, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (जो रक्षा मंत्री भी हैं), प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे, सिंचाई मंत्री चमल राजपक्षे, बासिल राजपक्षे तथा प्रधानमंत्री के बेटे और खेल मंत्री नमल राजपक्षे। सरकार में कुछ और राजपक्षे भी सम्मिलित हैं, जिनके पास जूनियर मंत्री पद हैं।

महिंदा राजपक्षे श्रीलंका के वर्तमान पीएम हैं। महिंदा राजपक्षे 2005 से 2015 तक श्रीलंका के राष्ट्रपति थे। 2009 में तमित विद्रोहियों के खिलाफ देश के 25 वर्ष के गृह युद्ध को ख़त्म करने के पश्चात् वह सिंहली समुदाय में खासा लोकप्रिय हो गए। उनके शासन के चलते श्रीलंका चीन के नजदीक चला गया। यही कारण रहा कि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए तकरीबन 7 बिलियन डॉलर का उधार लिया गया। 72 वर्षीय गोटाबाया राजपक्षे को बीते वर्ष नवंबर में राष्ट्रपति चुना गया था। उन्होंने स्वयं को एकमात्र ऐसे नेता के तौर पर पेश किया, जो ईस्टर के दिन हुए हमलों से देश की सुरक्षा कर सकता है। उनके परिवार के लोग उन्हें ‘द टर्मिनेटर’ बुलाते हैं। गोटबाया के शत्रु उनके गुस्से को लेकर उनसे डरते हैं। बासिल राजपक्षे एक राजनीतिक रणनीतिकार हैं, जिन्होंने महिंदा सरकार के तहत अर्थव्यवस्था का प्रबंधन किया तथा अब वह वित्त मंत्री हैं। एक इंटरव्यू में उन्हें ‘मिस्टर टेन पर्सेंट’ बोला गया। दरअसल, उन पर इल्जाम है कि उन्होंने सरकारी ठेकों से कमीशन लिया। हालांकि, प्रशासन उन्हें अपराधी नहीं ठहरा पाया। वहीं, गोटबाया के राष्ट्रपति बनने के पश्चात् उनके ऊपर लगे सभी इल्जामों को हटा लिया गया। राजपक्षे परिवार में सबसे बड़े 79 वर्षीय चमल राजपक्षे संसद के स्पीकर थे। उस समय महिंदा राजपक्षे राष्ट्रपति हुआ करते थे। चमल शिपिंग एवं विमानन मंत्री भी रह चुके हैं। उनके पास वर्तमान में सिंचाई विभाग है तथा वह रक्षा विभाग में दूसरे नंबर पर हैं। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के सबसे बड़े बेटे नमल राजपक्षे भी सरकार में सम्मिलित हैं। नमल ने सिर्फ 24 वर्ष की आयु में 2010 में संसद में प्रवेश किया। उनके पास कानून की डिग्री है। वर्तमान में वह खेल और यूथ मंत्री है। 

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