मथुरा : मंदिरों और रैन बसेरों में रात गुजराने वाले फक्कड़ बाबा भी यूपी के चुनावी मैदान में उतरे है। 73 साल के फक्कड़ बाबा को भले ही अपनी जीत पर भरोसा नहीं है, बावजूद इसके उन्होंने मथुरा-वृंदावन सीट के लिये निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है।
वे पैदल ही चुनाव कार्यालय पहुंचे और नामांकन भरकर यह कहा कि उन्हंे चुनाव हारना है, फिर भी उन्हें अपने गुरू के आदेश का पालन करने के लिये चुनावी मैदान में उतरना है।
16 चुनाव हारे अब तक
फक्कड़ बाबा ने बताया कि वे अभी तक 16 चुनाव हार चुके है। इनमें से 8 लोक सभा चुनाव भी शामिल है, बावजूद इसके उन्होंने हार से कभी मुंह नहीं मोड़ा। हालांकि उनका दावा है कि अभी वे भले ही चुनाव नहीं जीते, लेकिन 20 वें चुनाव में वे जरूर जीत हांसिल करेंगे।
नामांकन दाखिल करते वक्त उन्होंने खूद को फकीर बताया। उनका कहना है कि उनके गुरू जगन्नाथ पुरी के शंकराचार्य ने सपने में आकर उन्हें चुनाव लड़ने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि 1991 के चुनाव में जरूर उन्हें 8 हजार वोट मिले थे। उनके सामने इस चुनाव में बीजेपी के साक्षी महाराज थे।