उर्दू के चाहने वालो का इंतज़ार शुक्रवार को खत्म हुआ. रेख़्ता फाउंडेशन की ओर से आयोजित जश्न-ए-रेख्ता का जलसा शुक्रवार को दिल्ली में शुरू हो गया. इसका उद्घाटन मशहूर गायक पंडित जसराज और वरिष्ठ अभिनेत्री वहीदा रहमान ने किया. इस जलसे में रविवार तक कई नामी हस्तियां शिरकत करने वाली हैं.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में रेख़्ता फाउंडेशन की तरफ से शुक्रवार को उर्दू के अदब, अदीब और अकीदत के जश्न-ए-रेख्ता का शानदार आगाज़ हुआ. जश्न-ए-रेख़्ता कार्यक्रम का यह चौथा आयोजन है. 8 से 10 दिसंबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह में देश की कई वरिष्ठ नामी गिरामी हस्तियाँ भाग लेने वाली हैं, जिनमे मशहूर शायर, गायक और कलाकार शामिल हैं.
हिन्दी फिल्म जगत की मशहूर अदाकारा वहीदा रहमान और पद्म विभूषण से सम्मानित शास्त्रीय गायक पंडित जसराज ने कार्यक्रम की शुरुआत की. कार्यक्रम के दौरान वहीदा रहमान ने कहा कि “मुद्दतों के बाद उर्दू समारोह में इतनी भीड़ दिखी है. उर्दू में तहजीब और नजाकत होती है. यही वजह है कि इश्क में पड़ा शख्स शायरी करना चाहता है.” उन्होंने कहा कि “उर्दू भारत की भाषा है, किसी एक मुल्क या धर्म की भाषा नहीं है. उर्दू के चाहने वाले सिर्फ दिल्ली में नहीं है, वो कर्नाटक से जापान तक अपनी जगह बनाए हुए हैं..” इसके बाद मशहूर गायक उस्ताद रशीद खां ने अपनी मधुर आवाज़ मे ग़ज़ल पेश कर खुशनुमा समां बांधा. इस तरह दिल्ली की सर्द शाम उर्दू की गर्माहट से लबरेज हो गई. तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम मे हजारों उर्दू प्रेमियों के आने की संभावना है.
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