भारत में डेयरी टेक्नोलॉजी भूमिका महत्वपूर्ण भूमिका है.इस फील्ड में लगातार बढ़ रहे स्कोप से फील्ड में इसमें रोज़गार के अवसर बढ़ रहे हैं साथ ही इस फील्ड में शिक्षित लोगो की मांग भी बढ़ रही हैं.डेयरी टेक्नोलॉजी के अंतर्गत दूध उत्पादन, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, स्टोरेज, ट्रांसपोर्ट, वितरण आदि काम करना भी इसी में आता हैं.
योग्यता
डेयरी टेक्नोलॉजी से सम्बंधित कोर्सेस में एडमिशन के लिए साइंस विषय के साथ 12वीं पास होना ज़रूरी हैं.इस फील्ड से सम्बंधित ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के कोर्सेस उपलब्ध होते हैं.इसके अलावा कई विषयो जैसे डेयरी माइक्रो बायोलॉजी, डेयरी केमिस्ट्री, डेयरी टेक्नोलॉजी, डेयरी इंजीनियरिंग, एनिमल जेनेटिक्स एंड ब्रीडिंग, बायोकेमिस्ट्री, डेयरी इकोनॉमिक्स, एनिमल बायोटेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता भी प्राप्त की जा सकती हैं.
कहाँ से करें कोर्स
1) नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (करनाल)
2) शेठ एमसी कॉलेज ऑफ डेयरी साइंस (आणंद)
के अलावा कई अन्य विश्वविद्यालयों से डेयरी टेक्नोलॉजी से जुड़े ट्रेनिंग प्रोग्राम किये जा सकते हैं.कई इंस्टीटूट्स से डेयरी साइंस तथा डेयरी टेक्नोलॉजी से मास्टर्स डिग्री की जा सकती हैं.इसके अलावा इस विषय में पीएचडी कोर्स भी किया जा सकता हैं. इसके अलावा आईआईटी खड़गपुर से एग्रीकल्चर एंड फूड इंजीनियरिंग में बीटेक ऑनर्स और डेयरी एंड फूड इंजीनियरिंग में एमटेक तथा डेयरी इंजीनियरिंग व डेयरी टेक्नोलॉजी में पीएचडी भी की जा सकती है.इसके अलावा डेयरी टेक्नोलॉजी, वेटरनरी साइंस, एग्रीकल्चर आदि विषयों से सम्बन्धी ग्रेजुएशन करने वाले छात्र आईआईएम अहमदाबाद तथा लखनऊ से पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन एग्रीबिजनेस में एडमिशन ले सकते हैं.
स्कोप
देश में दूध उत्पाद बनाने वाले कई सैंकड़ों डेयरी संयंत्र हैं.जिन्हे चलाने के लिए प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है.जैसे जैसे डेयरी प्रोसेसिंग उद्योग का विकास हुआ डेयरी इक्विपमेंट उद्योग का जन्म भी इसी से हुआ.जिसके आने से करियर के भी कई नए अवसर आये.ऐसे प्रोफेशनल्स जो कि 8 से 10 साल का अनुभव प्राप्त कर चुके हैं वे स्वतंत्र कंसल्टेंट के रूप में काम कर सकते हैं.इसके अलावा शिक्षण और रिसर्च में भी करियर बनाया जा सकता है.अच्छे अनुभव के बाद आप अपना खुद का डेयरी बिज़नेस शुरू कर सकते हैं.