सुल्तानपुर: मोदी सरकार में मंत्री मेनका गांधी अपनी एक विवादित बयान को लेकर मुश्किल में फंस गई हैं। निर्वाचन आयोग ने उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जवाब देने के लिए कहा है। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने मुस्लिम वोटर्स से कहा है कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में उनके समर्थन में मतदान करें क्योंकि मुसलमानों को चुनाव के बाद उनकी आवश्यकता पड़ेगी।
उल्लेखनीय है कि मेनका ने मुस्लिम बहुल इलाके तूराबखानी में गुरुवार को आयोजित की गई एक चुनावी सभा में कहा, 'मैं लोगों के प्यार और सहयोग से चुनाव जीत रही हूं, किन्तु अगर मेरी यह जीत मुसलमानों के बगैर होगी तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा।' भाजपा नेता ने कहा था कि,' मैं ये बता देती हूं कि फिर दिल खट्टा हो जाता है, जब कोई मुसलमान मेरे पास आता है काम के लिए, फिर मैं सोचती हूं कि नहीं रहने ही दो क्या फर्क पड़ता है। आखिर नौकरी भी तो एक सौदेबाजी की तरह ही होती है, बात सही है या नहीं?'
मेनका गाँधी ने कहा कि 'अगर आप पीलीभीत में पूछिए, पीलीभीत के एक भी शख्स को फोन कर पूछो कि मेनका गांधी का काम कैसा था। अगर आपको लगे कि कहीं भी हमसे कोई गुस्ताखी हुई तो हमारे पक्ष में मतदान मत करना। लेकिन अगर आपको लगता है कि, हम खुले हाथ और साफ़ दिल के साथ यहां आए हैं कि आपको कल मेरी आवश्यकता पड़ेगी। यह चुनाव तो मैं पार कर चुकी हूं अब आपको मेरी आवश्यकता पड़ेगी।'
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