नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान अब तक 3331 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की अवैध शराब, नकदी और स्वर्णाभूषण आदि सामग्री जब्त की गई हैं और यह राशि पिछले लोकसभा चुनाव के कुल व्यय से कुछ ही कम है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा चुनाव के शुरुआती चार चरण में अब तक 3331 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की अवैध शराब, नकदी और आभूषण आदि जब्त हो चुके हैं.
जबकि 2014 का लोकसभा चुनाव संपन्न कराने में चुनाव आयोग कोकुल 3870 करोड़ रुपये का खर्च आया था. अभी चुनाव के तीन चरण का मतदान बाकी है. इस दौरान, जब्त अवैध सामग्री की कीमत पिछले चुनाव के अनुपात में तीन गुना के आंकड़े तक पहुँचने वाली है. चुनाव आयोग द्वारा 2014 के लोकसभा चुनाव में जब्त की गयी गैर कानूनी सामग्री की कुल कीमत 1200 करोड़ रुपये आंकी गई थी. निर्वाचन आयोग के आंकड़े दर्शाते हैं कि दस मार्च को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद चार मई तक जब्त की गई अवैध सामग्री में सबसे अधिक मात्रा नशीले पदार्थों की है.
चुनाव आयोग के औचक निरीक्षक दलों ने अब तक 66,417 किग्रा से ज्यादा मादक द्रव्यों को जब्त किया है. इसकी बाजार में कीमत लगभग 1238.89 करोड़ रुपये है. इसमें सबसे अधिक 20 हजार किग्रा से ज्यादा नशीले पदार्थ पकड़े जाने के साथ उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है. 16 हजार किग्रा नशीले पदार्थ के साथ मध्य प्रदेश दूसरे और 15 हजार किग्रा नशीले पदार्थ के साथ महाराष्ट्र तीसरे पायदान पर है. आपको बता दें कि 2014 के चुनाव में कुल 804 करोड़ रुपये कीमत के नशीले पदार्थ जब्त हुए थे.
खबरें और भी:-
कश्मीर में राजनितिक कार्यकर्ताओं की हत्या की होगी जांच. राजयपाल ने दिए आदेश
मसूद अज़हर का वैश्विक आतंकी घोषित होना पीएम मोदी की कामयाबी कैसे - कपिल सिब्बल
मीर की हत्या को भाजपा ने बताया बड़ी क्षति, कहा- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान