चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर देखने को मिल रहा है और इसके तहत ही यह भी सामने आ रहा है कि अर्थव्यवस्था की चाल लगातार कमजोर होती जा रही है. इस मंदी को देखते हुए चीन पर संकट के बादल भी मंडरा रहे है. इस बीच चीन के राजदूत ली यूचेंग का यह कहना है कि चीन की आर्थिक गिरावट का कारण बदलाव का दौर बना हुआ है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि फ़िलहाल देश मात्रात्मक अर्थव्यवस्था से गुणात्मक अर्थव्यवस्था की तरफ जाने पर ज्यादा जोर दे रहा है.
जानकारी में आपको यह बता दे कि चीन के राजदूत ली यूचेंग भारत में चीन के व्यापारियों और गोवा के कारोबारियों के साथ सहयोग की सम्भावना तलाश रहे है और चीन इंडिया बिजनेस, इनवेस्टमेंट एंड इनक्यूबेशन सेंटर के लिए वे यहाँ आये हुए थे. इसके साथ ही ली ने यह भी बताया है कि चीन अपनी वृद्धि को लेकर बहुत ही गंभीर है और साथ ही वे अपने कारोबार के द्वारा प्रकृति को कोई नुकसान नहीं पहुँचाना चाहते है.
जानकारी में उन्होंने यह भी कहा है कि "चीन यह चाहता है कि उसकी अर्थव्यवस्था में मजबूती आए, यह वृद्धि ना केवल मात्रा के रूप में हो बल्कि साथ ही यह वृद्धि गुणवत्ता के रूप में होना भी जरुरी है."गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से चीन कि अर्थव्यवस्था का पहिया कुछ अच्छा नहीं घूम रहा है और इस कारण यहाँ समस्या का सामना करना पड़ रहा है.