हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि महिला के लिए मां बनना एक सुखद अहसास होता है। जी हाँ और एक बार गर्भ धारण करने के बाद महिला को डिलीवरी तक अपना विशेष खयाल रखना पड़ता है। ऐसे में उठने-बैठने से लेकर खाने-पीने तक की चीजों तक को लेकर हर फैसला काफी ध्यान से करना चाहिए ताकि बच्चे को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे। अब आज हम आपको उन चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हे गर्भावस्था में नहीं खाना चाहिए।
प्रेगनेंसी की तरह न खाएं ये 5 चीजें-
पपीता- प्रेगनेंसी के दौरान पपीता न खाने की सलाह दी जाती है। जी दरअसल इस दौरान कच्चा पपीता बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। जी दरअसल कच्चे पपीते में पैपेन नाम का एक तत्व होता है इसके चलते गर्भ में पल रहे भ्रूण में जन्मजात दोष और कई तरह की अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसी के साथ ही इससे गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है।
मछली- मछली को सेहत के लिए काफी बेहतरीन माना जाता है। जी दरअसल इसे खाने से विटामिन डी, प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, ईपीए और डीएचए जैसे जरूरी तत्व प्राप्त होते हैं। हालाँकि अशुद्ध पानी में रहने और अन्य जीवों को खाने से कई बार मछलियों के शरीर में पारा चला जाता है। यह पारा मछली की मांसपेशियों में बैठ जाता है और मछलियों को पकाने पर भी नहीं जाता है। इसी के चलते गर्भपात होने का रिस्क बढ़ जाता है।
कच्चा अंडा- प्रेगनेंसी के दौरान कच्चे अंडे का सेवन बिल्कुल भी न करें। जी दरअसल इससे सैल्मोनेला संक्रमण का खतरा बढ़ता है। वहीं इसके कारण जी मिचलाना, पेट में दर्द, दस्त और उल्टी जैसी समस्याएं पैदा होती हैं।
तुलसी का पत्ता- कहा जाता है सर्दी जुकाम की समस्या होने पर महिलाएं अक्सर तुलसी की चाय बनाकर पीती हैं हालाँकि प्रेगनेंसी में ऐसा न करें। तुलसी के पत्तो में एस्ट्रोगोल नामक तत्व होता है जो गर्भपात का खतरा बढ़ाता है।
हाई कैलोरी वाली चीजें- हाई कैलोरी वाली चीजें खाने से महिला का वजन तो बढ़ता ही है, इसी के साथ ही प्रेगनेंसी में कई तरह के कॉम्प्लीकेशंस आ सकते हैं और गर्भपात का रिस्क भी बढ़ जाता है।
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