देखा जाता है कि खर्राटे लेने वाले लोग अधिकतर मोटापे होते है और गले के आस-पास अधिक वसा युक्त कोशिकाएं जमा हो जाती हैं, जिनसे कारण गले में सिकुड़न होती है और खर्राटे की ध्वनि निकलने लगती है। यह हवा के रास्ते को भी रोकता है जिससे सोते वक्त खर्राटे अधिक होते हैं। नाक की खराबी की वजह से भी खर्राटे की आवाज आती है। जैसे कि साइनस की समस्याएं, एलर्जी, नाक की सूजन आदि। इन वजह से साँस लेने में मुश्किल पैदा होती है जिससे गले में वैक्यूम बनता है और खर्राटे की समस्या आती है। जो लोग शराब, धूम्रपान, और दवाओं का अधिक सेवन करते है। उन लोगो को भी खर्राटे आते हैं। सर्दी मे अधिक दिन तक नाक बंद रहने की वजह से, नींद की गोलियां, एलर्जी रोधक दवाइयां से भी श्वसन मार्ग की पेशियों को सुस्त बना देती है और नाक जाम हो जाता है जिनसे खर्राटे आते हैं।
आइए जाने खर्राटे से बचने के तरीके
वजन कम करें
अगर खर्राटे रोकना चाहते है तो वजन कम करें, क्योंकि इससे गले के पीछे फैटी टिशू कम हो जाता हैं जिससे खर्राटे से मुक्ती पा सकते हैं।
एक्सरसाइज करें
जैसा की आप जानते है कि एक्सरसाइज शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आप इससे खर्राटे से मुक्ती पा सकते हैं क्योंकि हर भाग जैसे कि हाथ, पैर और एब्स की एक्सरसाइज करने से मासपेशियां टोन हो जाती हैं। इसी प्रकार एक्सरसाइज करने से गले की मासपेशियों की भी एक्सरसाइज होती है, जिससे खर्राटे कम हो जाते हैं।
नशीले पदार्थ
अगर आप धूम्रपान कर रहे है तो उसे छोड़ दें, क्योंकि धूम्रपान से खर्राटों की संभावना अधिक होती है। स्मोकिंग वायुमार्ग की झिल्ली में परेशानी पैदा करता है जिससे नाक और गले में हवा पास होना कम हो जाती है और खर्राटे की आवाज आती है।
सोने का समय
नियमित रूप से नींद लेना बहुत जरूरी है। सोते समय अपने शरीर को पूर्ण आराम देना चाहिए साथ ही सोते समय ये ध्यान रखें कि किसी भी अंग पर जोर न पड़ें। इससे भी खर्राटे से छुटकारा पा सकते है।
कम भोजन करें
रात मे भोजन ज्यादा मात्रा में न करें और साथ ही अधिक देर तक न जागें।
नींद की गोलियां
अगर आपको नींद नही आ रही हो तो सोने के लिए नींद की गोलियों या फिर शराब आदि का सेवन न करें है क्योंकि इससे भी खर्राटे आते है।