माँ का दूध भी बन सकता है बच्चे के लिए ज़हर, डॉक्टरो की रिपोर्ट
माँ का दूध भी बन सकता है बच्चे के लिए ज़हर, डॉक्टरो की रिपोर्ट
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नई दिल्ली:नई दिल्ली: आज तक हमें डॉक्टरों तथा अन्य जानकारों से यही सुनते आए हैं कि माँ का दूध बच्चे के लिए अमृत के सामान होता है, इस बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए सरकार द्वारा अभियान भी चलाया जा रहा है, ताकि आवाम को माँ के दूध के लाभों से अवगत कराया जाए. लेकिन अब डॉक्टरों का कहना है कि अगर माँ लम्बे समय से नशीले पदार्थों का सेवन कर रही हो तो बच्चे पर भी इसका असर पड़ सकता है. भारत के ही एक राज्य पंजाब से ऐसा मामला सामने आया है, जिसमे की माँ का दूध ही बच्चे के लिए ज़हर बन गया है, इसलिए डॉक्टरों ने महिला को 22 दिन के नवजात को दूध पिलाने से मना किया है.

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पंजाब के फिरोजपुर जिले में 22 दिन के नवजात की जिंदगी बचाने के लिए डॉक्टरों ने नशे की आदी मां पर बच्चे को दूध पिलाने पर पाबंदी लगा दी है, नवजात की माँ पिछले सात सालों से नशे की गिरफ्त में है, जिसके चलते महिला का दूध ही उसके बच्चे के लिए ज़हर बन गया है. वर्तमान में हालात ये हैं कि नशे के दलदल में फंसी माँ अपने बच्चे की भूख नहीं मिटा सकती है, वहीं बच्चा बाहर का दूध पीने पर उल्टियां कर देता है, डॉक्टरों के सामने भी ये मसला किसी चुनौती से कम नहीं है.

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महिला ने डॉक्टरों को अपनी कहानी बताते हुए कहा है कि वह एक आर्केस्ट्रा डांसर है, डांस करते समय थकान न हो इसलिए उसने 7 साल पहले हेरोइन का नशा करना शुरू किया था, जिसके बाद से उसे इसकी लत लग गई है. पिछले साल जब उसकी शादी हुई तो उसने हेरोइन का नशा तो कम कर दिया, लेकिन दूसरा मेडिकल नशा शुरू कर दिया. अब जब 22 दिन पहले उसे बेटा हुआ, तो उसने फिर से हेरोइन का नशा शुरू कर दिया, महिला ने बताया कि उसे 2 से 4 ग्राम हेरोइन रोज़ लगती है. फ़िलहाल महिला को डॉक्टरों की सलाह पर नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहाँ इस महिला की तरह ही 5 अन्य महिलाऐं भी हैं, जो हेरोइन समेत अन्य नशे की शिकार हैं. डॉक्टरों ने बताया की दूध के जरिए हेरोइन बच्चे तक पहुँच रहा था, जिसके कारण वो अन्य बच्चों की अपेक्षा चुपचाप रहता है, रोता भी नहीं है और उसे भूख भी कम लगती है. डॉक्टरों का कहना है कि अगर नवजात को महिला का दूध पिलाया जाना जारी रखा जाता, तो बच्चा भी नशे का आदि हो सकता था. आपको बता दें कि पंजाब में इस तरह के मामले बहुत देखने में आ रहे हैं, पंजाब के युवा नशे के गर्त में गिरते जा रहे हैं और राज्य सरकार इसपर लगाम लगाने में नाकाम रही है. 

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