रायपुर: छत्तीसगढ़ में सूखे जैसे हालात पैदा हो चुके हैं. क्योंकि प्रदेश 27 जिलों में से 18 जिलों में सामान्य से 50 प्रतिशत तक कम बारिश दर्ज की गई है. राज्य के इन जिलों में लोग पानी की प्रतीक्षा में बैठे हैं, किन्तु अभी तक ठीक से बारिश नहीं हुई है. जिससे जिलों में सूखे जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं. वहीं सबसे अधिक समस्या हो रही है किसानों को, जो साल भर पानी की प्रतिकसह में बैठे रहते हैं, किन्तु अब तक यहां अच्छी बारिश न होने के कारण इन किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई दे रही हैं.
मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ के सरगुजा में 57 प्रतिशत कम तो जशपुर और बेमेतरा में 27 जुलाई तक 50 प्रतिशत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. कम बारिश होने के कारण राज्य करीब 67 फीसदी इलाकें में सूखे के आसार पैदा हो गए हैं और किसानों की एक बार फिर मुश्किलें बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस साल किसानों पर ऋण का बोझ भी बढ़ सकता है.
कम बारिश के इन आंकड़ों के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ की आम जनता समेत प्रशासन और सरकार दोनों की चिंताएं बढ़ गई हैं और सरकार इस विचार में लगी है कि यदि राज्य में सूखे जैसे हालात निर्मित होते हैं तो उससे निपटने के लिए सरकार का क्या प्लान होना चाहिए.
लोकसभा में कंपनी कानून हुआ पारित
नमक की खेप में छिपाकर लाइ गई थी हेरोइन, अब पाकिस्तान से आने वाले हर उत्पाद की हो रही तलाशी
नीरव मोदी के घाटे से उबरा पीएनबी, पहली तिमाही में हासिल किया शुद्ध लाभ