टीवी के जाने माने अभिनेता पुनीत ईस्सर ने महाभारत में दुर्योधन का किरदार निभाया था. वहीं शो में उनके काम की काफी तारीफ हुई थी. इसके अलावा पुनीत ने एक इंटरव्यू में बताया कि किस तरह जब महाभारत का एक एपिसोड शूट हो रहा था तब वो जयपुर के एक उद्योगपति के यहां खाने पर गए हुए थे और वहां एक मजेदार घटना हुई. उन्होंने बताया, "उन उद्योगपति के यहां परंपराएं थीं.इसके अलावा हमें चांदी की थालियों में खाना खिलाया गया था और सभी एक विशालकाय मेज पर बैठे थे." इसके साथ ही "उस घर में नौकरानियां नहीं थीं और घर की महिलाएं ही खाना परोस रही थीं. फिर क्या हुआ कि मैं बैठा था और रूपा गांगुली मेरे सामने बैठी हुई थीं.
वहीं हम बातें कर रहे थे सामान्य बातें. चोपड़ा साहब मेरे बगल में बैठे हुए थे. वहीं पर वो महिलाओं को मैंने देखा कि वो आपस में कुछ खुसुर-फुसुर कर रहे हैं. इसके बाद एक लेडी वहां से आईं और उन्होंने रूपा गांगुली के कान में कुछ कहा. आपकी जानकारी के लिए बता दें की अचानक उन्होंने रूपा को उठाया और उन्हें लेकर कहीं चली गईं."पुनीत ईस्सर ने बताया, "कुछ देर बाद वो रूपा को लेकर वापस आए और उसे मुझसे दूर अलग बिठा दिया.वहीं मैंने देखा कि रूपा के चेहरे पर गुस्से और जलन के भाव हैं. मैंने पूछा कि क्या हुआ? वो कुछ नहीं बोलीं. मैं भी कुछ नहीं बोला. असल में उन महिलाओं ने उसे अलग ले जाकर बोला था कि तुम कैसे इस तरह दुर्योधन के साथ बैठ सकती हो. वहीं तुम द्रोपदी हो, जाओ और वहां पर बैठो.
इसके साथ ही इसी इंटरव्यू में गूफी पैंटल ने भी एक किस्सा सुनाया कि किस तरह उन्हें शकुनी का किरदार करने के चलते एक बार सीट नहीं मिली थी.वहीं गूफी ने बताया कि वह मुकेश खन्ना के साथ एक ट्रेन में सफर करने जा रहे थे परन्तु उनकी ट्रेन मिस हो गई. वो दोनों स्टेशन पर खड़े हुए थे. वहीं दूसरी ट्रेन आई और मुकेश खन्ना ने कहा कि कोई बात नहीं गूफी हम इसी ट्रेन से जा सकते है. जब वो ट्रेन में घुसे तो सभी सो रहे थे. इसके बाद सभी ने मुकेश खन्ना को तो सीट दे दी परन्तु गूफी को किसी ने सीट नहीं दी. वहीं ऐसा उनके द्वारा किए गए शकुनी के किरदार की वजह से हुआ था.
जन्मदिन मनाने के बाद सभी को इस अंदाज में शुक्रिया बोल रही है पंखुरी अवस्थी