नई दिल्लीः एनएमसी विधेयक 2019 के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने एक बार फिर राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का निर्णय लिया है। आईएमए की आपातकालीन विस्तारित एक्शन कमेटी ने आने वाले गुरूवार को देशभर में हड़ताल करने का ऐलान किया है। एसोसिएशन 8 अगस्त को सुबह 6 बजे से अगले दिन सुबह 6 बजे तक कोई भी सेवा प्रदान नहीं करेगा। आईएमए के नेशनल अध्यक्ष डॉ शांतनु सेन ने कहा कि एनएमसी बिल 2019 को मेडिकल क्षेत्र में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
यह आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीण रोगियों को बुरी तरह प्रभावित करेगा। डॉक्टरों की मांग हैं कि भारत सरकार आधुनिक चिकित्सा बिरादरी को मुख्य चर्चा में शामिल करे और इस मसले का शीघ्र निदान करे। साथ ही बिल से जुड़ी मुख्य चिंताओं को संशोधित करे। आईएमए इस लड़ाई को जारी रखते हुए इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर लोगों के बीच ले जाएगा। कहा जा रहा है कि बिल की धारा 51 के तहत कंबाइंड मॉड्यूल और पाठ्यक्रम सामग्री तैयार करने वाले होम्योपैथी और आयुष परिषदों के साथ एनएमसी के कंबाइंड सेशन के बारे में बात करता है।
आईएमए के मुताबिक मेडिकल कॉलेज से अंडरग्रेजुएट करने वाले सभी डॉक्टर हाइब्रिड डॉक्टर होंगे और क्रॉसपैथी के कारण सभी सिस्टम दूषित हो जाएंगे। राज्य सरकार को ब्रिज कोर्स प्रदान कर धारा 51 क्रॉसपैथी को बढ़ावा देगी। धारा 15 मेडिकल के छात्रों के लिए एक चिंता का विषय है और जो भी स्पष्टीकरण प्रदान किए गए हैं, हम उनसे संतुष्ट नहीं हैं। इसके अतिरिक्त उन्हें इस बिल में शामिल भी नहीं किया। बीते महीने में आईएमए देश भर में हड़ताल कर चुका है।
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