इंटरनेट सर्च को लेकर मेडिकल जर्नल ऑफ ऑस्ट्रेलिया में आज प्रकाशित शोध से पता चलता है कि टखने दर्द या किसी भी तकलीफ को लेकर ऑनलाइन लक्षण चेकर्स केवल एक तिहाई ही सटीक परिणाम देते हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अध्ययन में 36 अंतरराष्ट्रीय मोबाइल और वेब-आधारित लक्षण चेकर्स का विश्लेषण किया गया, जिसमें लगभग 40 प्रतिशत ऑस्ट्रेलियाई लोगों को शामिल किया गया है. जो अपनी समस्या का हल तलाशने के लिए ऑनलाइन माध्यम का सहारा लेते है. जिसके बाद यह परिणाम निकला है कि, वेबसाइटों और ऐप्स के परिणामों को बहुत सावधानी से देखा जाना चाहिए क्योंकि वे पूरी तरह से लक्षण के परिणाम सही नही दर्शाते.
इस रिसर्च के बाद शोधकर्ता का माना है कि आपको इन-पर्सन हेल्थकेयर की तलाश करनी चाहिए, तो अधिक सटीक परिणामों का पता चलेगा। हमने पाया है कि आपातकालीन और तत्काल देखभाल के मामलों में चिकित्सिय सलाह लगभग 60 प्रतिशत तक उपयुक्त साबित होती है. लेकिन गैर-आपात स्थितियों में चिकित्सिय सलाह 30 से 40 प्रतिशत गिर गई है.
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