नई दिल्ली : झारखंड में राज्यसभा की सीटों को लेकर राजनीति तेज हो गई। इस मामले में कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और राज्य में सत्ताधारी भाजपा सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस के धीरज प्रसाद साहू को उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया गया तो दूसरी ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा के वसंत सोरेन को राज्यसभा के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। उल्लेखनीय है कि वसंत सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहे शिबू सोरेन के बेटे हैं। कांग्रेस भाजपा को यहां की दोनों ही राज्यसभा सीट से रोकना चाहती है इसलिए उसने झामुमो की ओर हाथ बढ़ाया है।
मगर भाजपा के प्रयास भी कम नहीं हैं हालांकि भाजपा को राज्यसभा सीटों पर कब्जा जमाने के लिए नौ विधायक कम नहीं पड़ रहे हैं। यहां पर एक सीट को भाजपा आसानी से निकाल सकती है और एक सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा से मिल सकती है। भारतीय जनता पार्टी झारखंड से एमजे अकबर को अपना प्रत्याशी घोषित करने में लगी है। भाजपा के झारखंड में 37 विधायक बताए गए हैं जो कि जेवीएम अर्थात झारखंड विकास मोर्चा के 6 विधायक जुड़ गए हैं।
ऐसे में भाजपा के पास 43 विधायकों का समर्थन उपलब्ध है। दूसरी ओर आजसू के 5 विधायक भी भाजपा को ही समर्थन दे रहे हैं। भाजपा के पास 48 विधायकों का समर्थन हो गया है मगर कांग्रेस और झामुमो भी मिल गए तो उनके पास 6 विधायक कांग्रेस के और जेवीएम के 2 विधायक हो जाते हैं तो दोनों के पास 27 विधायक बच जाते हैं राज्यसभा की एक सीट के लिए 28 विधायक की जरूत होती है ऐसे में यह आवश्यक है कि झारखंड की सीट किसके पास है।