कोलकाता : पश्चिम बंगाल के भारतीय जनता पार्टी प्रमुख दिलीप घोष ने विवादित बयान का समर्थन किया। इस दौरान एक प्रमुख समाचार चैनल से बात करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल के नेताओं ने हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया। अगर हिंसा से हिंसा रुकती है तो हम यही करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई हम पर बम से हमला करेगा तो हम उसे चाय नहीं पिलाऐंगे। मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल में हुए निर्वाचन में खड़गपुर सदर से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद घोष अपने कार्यकर्ताओं के साथ विधायक पद की शपथ लेने के लिए राज्य की राजधानी कोलकाता पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि घोष ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को लेकर कहा था कि उनकी पार्टी के लोगों को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने प्रशिक्षण दिया है। यह विरोधियों के कंधे तोड़ने के लिए पर्याप्त है। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने घोष के बयान से असहमति जताई है। वे आक्रोशित हैं। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में दिल्ली के ही समान राजनीति और कोलकाता में कोलकाता की ही तरह राजनीति हो सकती है।
पार्टी प्रमुख अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान पर आपत्ती ली। उसे लेकर सवाल किए गए ऐसे में पार्टी के नेता ने किसी से चर्चा नहीं की। दरअसल घोष ने कहा था कि आरएसएस ने उन्हें प्रशिक्षण दिया है ऐसे में कंधे टूटने की आवाज़ काली घाट तक पहुंचेगी। पश्चिम बंगाल में विपक्ष ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर भी घोष ने आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तृणमूल के नेताओं ने भाजपा के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। उन पर हमले किए गए। उन्होंने कहा कि विपक्ष को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है।