दिल की दासताँ समझो
दिल की दासताँ समझो
Share:

मिरे हुज़ूर ज़रा दिल की दासताँ समझो 
कभी कभी तो निगाहों की भी जुबाँ समझो

कहीं पे चीख , कहीं दर्द , कहीं पर आहें
खड़ा है चारों तरफ़ ग़म का कारवां समझो

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -