पीरियड और मिसकैरेज में होता है अंतर
पीरियड और मिसकैरेज में होता है अंतर
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कई महिलाएं ऐसी हैं जो लम्बे समय से प्रेग्नेंट होने की कोशिश कर रही हैं. प्रेग्नेंसी में जो बात सबसे अधिक महिलाओं को परेशान करती हैं वह हैं गर्भपात. यह चिंता हर गर्भवती महिला को होती हैं. प्रेग्नेंसी के शुरूआती समय में स्पॉटिंग या वेजाइनल ब्लीडिंग की समस्या मिसकैरिज का संकेत हो सकता हैं. आपको इस मामले में बता दे कि पीरियड और मिसकैरिज में अंतर हैं.

यदि आपको एक से डेढ़ महीने के बीच पीरियड्स नहीं आए हैं तो आपको सबसे पहले प्रेग्नेंसी टेस्ट करना चाहिए. यदि ये टेस्ट आप घर में नहीं कर सकती हैं तो क्लिनिक में ब्लड टेस्ट कराकर जान सकती हैं. यदि प्रेग्नेंसी में दो महीनों से पीरियड्स नहीं आए हैं मगर तीसरे महीने में यूटेरस से खून निकलने की समस्या महसूस हो तो इस बारे में डॉक्टर से सलाह ले क्योकि ये मिसकैरिज या गर्भपात का संकेत हो सकता हैं. यह ब्लीडिंग लेट पीरियड या मिसकैरिज हैं, इसे जानने के लिए ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट या अल्ट्रा साउंड करवा सकते हैं.

कई बार लेट पीरियड या मिसकैरिज के कारण होने वाली ब्लीडिंग में अंतर पता करने का कोई तरीका हैं. यदि आप सेक्सुअली एक्टिव हैं और पीरियड्स रुक गए हैं तब भी प्रेग्नेंसी टेस्ट करे. प्रोटेक्टेड सेक्स करने वाले लोगों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए. कई केसेस में पीरियड में देरी का अर्थ ओव्युलेशन में देरी का संकेत हो सकता हैं, प्रेग्नेंसी का नहीं.

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