धर्मशाला : बीते दिन धर्मशाला में खेले गए मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय गेंदबाजों की तरफ से निरंतरता की कमी पर अफसोस व्यक्त किया है, महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि भारतीय टीम द्वारा खेले गए मैच में अपनी गेंदबाजी की योजना को और भी बेहतर तरीके से क्रियान्वित कर सकती थी लेकिन यह नहीं हो पाया।
महेंद्र सिंह धोनी ने मैच ख़त्म होने के बाद कहा कि ऐसा भी समय आया जब हमने बहुत रन दिए। और इस कारण से गेंदबाजों पर बहुत दबाव पड़ता है। जब किसी भी ओवर में 20 रन से ज्यादा दे देते है तो गेंदबाजी पर काफी दबाव पड़ता है।
महेंद्र सिंह धोनी ने कहा की "हम और बेहतर कर सकते थे। हमें विरोधी टीम को गलत शॉट खेलने के लिए उकसा कर विकेट लेने होते हैं। धोनी ने बाएं हाथ के शानदार स्पिनर गेंदबाज अक्षर पटेल का बचाव किया जिन्होंने 16वें ओवर में 22 रन दिए और यह भी समझाया कि उन्होंने धीमी गति से गेंदबाजी करने वाले पार्ट-टाइम गेंदबाज सुरेश रैना से गेंदबाजी क्यों नहीं करवाई।
धोनी ने कहा कि "अक्षर बेहतरीन गेंदबाजी करते हैं, चाहे वह दाएं हाथ के बल्लेबाज को हो या बाएं हाथ के बल्लेबाज को। मैं रैना से भी गेंदबाजी करा सकता था लेकिन स्थितियों को देखते हुए वहां काफी मुश्किल था। जब धोनी से पूछा गया कि क्या पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 199 रन बनाने पर्याप्त थे, उन्होंने कहा कि हमारे पास कुछ बराबर के करीब था, लेकिन ओस थी, अधिक उंचाई थी।