आप सभी जानते ही हैं कि धनतेरस के साथ दिवाली का पर्व शुरू हो जाता है. ऐसे में धनतेरस इस बार 25 अक्टूबर को है. इस दिन धन्वंतरि का पूजन होता है. ऐसे में त्रयोदशी या धन त्रयोदशी दीपावली से पूर्व मनाया जाना महत्वपूर्ण पर्व है और इस दिन आरोग्य के देवता धन्वंतरि, मृत्यु के अधिपति यम, वास्तविक धन संपदा की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी तथा वैभव के स्वामी कुबेर की पूजा की जाती है. कहा जाता है इस पर्व को मनाए जाने के पीछे मान्यता है कि ''लक्ष्मी के आह्वान के पहले आरोग्य की प्राप्ति और यम को प्रसन्न करने के लिये कर्मों का शुद्धिकरण अत्यंत आवश्यक है.'' आइए जानते हैं इस दिन के पूजन का मंत्र.
धन्वंतरि देव का पौराणिक मंत्र -
ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:
अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय
त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप
श्री धन्वंतरि स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः..
* कहा जाता है कुबेर भी आसुरी प्रवृत्तियों का हरण करने वाले देव हैं और धन्वंतरि और मां लक्ष्मी का अवतरण समुद्र मंथन से हुआ था वहीं दोनों ही कलश लेकर अवतरित हुए थे. आइए जानते हैं धनतेरस 2019 के शुभ मुहूर्त.
धनतेरस 2019 के शुभ मुहूर्त - 19:10:19 से 20:15:35 तक अवधि :1 घंटे 5 मिनट प्रदोष काल :17:42:20 से 20:15:35 तक वृषभ काल :18:51:57 से 20:47:47 तक
धनतेरस के दिन जरूर बोएं धनिया और ऐसे जाने कैसा रहेगा आपका भविष्य
जानिए दिवाली के महापर्व मे शामिल होने वाले त्योहारों के शुभ मुहूर्त
हैप्पी धनतेरस मेसेजेस और बेस्ट लाइन अपने व्हाट्सप स्टेटस के लिए