धनतेरस, दीवाली और भाईदूज के शुभ मुहूर्त में पूजन का विशेष महत्त्व
धनतेरस, दीवाली और भाईदूज के शुभ मुहूर्त में पूजन का विशेष महत्त्व
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हिन्दू धार्मिक परम्परा के चलते प्रत्येक वर्ष दीवाली कार्तिक माह की अमावस्या को मनाई जाती है . और उस समय कृष्ण पक्ष चलता है. इस बार हिन्दुओं का यह बहुत ही पावन पर्व दीवाली बुधवार को मनाया जाएगा। इस पर्व में हम लक्ष्मी पूजन के अलावा और भी कई अन्य पूजन किया करते है., उनका भी कोई न कोई महत्व अवश्य होता है.

इस सभी पूजन के लिए कोई न कोई मुहूर्त होता है और यदि हम उस मुहूर्त के अनुसार पूजन व अन्य कार्य करते है. तो उसका भी विशेष महत्त्व होता है..इस दीवाली के पावन पर्व में धन तेरस ,लक्ष्मी पूजन ,और भाई -दूज का विशेष महत्त्व होता हैं. और इस सभी को मनाने के लिए एक शुभ मुहूर्त होता है .

हम आपको सभी प्रमुख पूजाओं और रस्मों को पूरा करने के लिये शुभ मुहूर्त से अवगत करते है

धनतेरस- जिसे हम धन त्रयोदशी भी कहते है - 

इस वर्ष धन त्रयोदशी का त्यौहार 9 नवम्बर दिन सोमवार को रात्रि 7:10 बजे तक ही रहेगा। इसी तरह चौघड़ियाॅ मुहूर्त इसी दिन सांय 6:17 से 07:45 बजे तक रहेगा। इसके अलावा अपरान्ह 1:22 बजे से सांय 5:37 बजे तक चर चौघड़ियाॅ का मुहूर्त रहेगा। यदि आप इस समय में किसी नए व्यवसाय जैसे किसी भी कार्य को करना चाहे तो कर सकते है वह आपके लिए शुभ रहेगा. 

दीपावली-माँ लक्ष्मी का पूजन-

11 नवंबर को अमावस्या है इसी दिन माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है यह अमावस्या रात्रि 11:16 बजे तक ही रहेगी। आपको इस बात से भी हम अवगत कराते है की दीपावली के पूजन का मुख्य काल प्रदोष काल माना जाता है। इस दिन प्रदोष काल सांय 5:41 बजे से रात्रि 8:15 बजे तक ही रहेगा इसलिए आप पूजन इस समय अंतराल के अंदर ही कर लें अमावस्या के दिन इस स्थिर लग्न में पूजन करने वाले के लिए प्रथम स्थिर लग्न: वृष सांय 5:58 बजे से 7:58 बजे तक ही रहेगी। दुसरा स्थिर लग्न: सिंह अर्द्धरात्रि के बाद 12:28 बजे से रात्रि 02:35 बजे तक रहेगा। महानिशीथ काल: रात्रि 10:43 बजे से रात्रि 01:15 बजे तक ही रहेगा। 

चौघड़ियाॅ मुहूर्त- 

इस चौघड़ियाॅ के मुहूर्त को जानना व उसे अपनाना बहुत ही फल दाई सिद्ध होता है इसके लिए लाभ का समय रात्रि 7:19 बजे से रात्रि 11:57 बजे तक है । शास्त्रों के अनुसार इस बार इस लग्न में शुभ, अमृत, चर की चौघड़ियाॅ प्राप्त हो रही है। इस अवधि में महालक्ष्मी, कुबेरा ,और खाता पूजन करना बहुत ही फल दाई सिद्ध होगा उसका आपके जीवन में बहुत ही अच्छा असर पडेगा.

दीपावली के बाद अपने व्यापार या दुकान खोलने के मुहूर्त को जाने - 

इस बार व्यक्ति को अपने व्यवसाय को या दुकान को खोलने के लिए 13 नवम्बर को सुबह 7:44 बजे का मुहूर्त बहुत ही शुभ है। इससे आपके व्यवसाय में उन्नति व धन सम्पदा बनी रहेगी . 

भाई दूज के मुहूर्त को भी जानें - 

साल में भैया दूज का त्यौहार दो बार मनाया जाता है इस बार यह त्यौहार 13 नवम्बर को मनाया जायेगा। इस 13 नवम्बर को पूरे दिन द्वितीया तिथि रहेगी। इस स्थिर लग्न में बहन- भाई का तिलक कर भगवान से उसके जीवन में पदो उन्नति के लिए प्रार्थना करती है.

यह भाई - बहन का त्यौहार बहुत ही पावन है. जो भाई बहन को एकता के सूत्र में बंधता है . और यह बताता है की प्रत्येक भाई को अपनी बहन की रक्षा करनी चाहिए इस पर्व का मुहूर्त सुबह 7 बजे से 09 बजे तक पहली स्थिर लग्न वृश्चिक रहेगी। दूसरी स्थिर लग्न कुम्भ मध्यान्ह 12:55 बजे से अपरान्ह 02:10 बजे तक रहेगी। भाई बहन का बंधन बहुत ही अटूट होता है यह त्यौहार भाई बहन की एकता का प्रतीक होता है.

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