दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया आफत लेकर आया है। सरकारी अस्पतालों में बढ़ती भीड़ की वजह से अव्यवस्था तो हो ही रही है और साथ ही डॉक्टरों और मरीज के परिजनों के बीच टकराव की नौबत आने लगी है। बीती रात राम मनोहर लोहिया अस्पताल में जमकर हंगामा मचा।
इलाज में देरी को लेकर डॉक्टर और मरीज के परिजनों में विवाद के बाद वे आपस में भिड़ गए। चिकनगुनिया और डेंगू से निबटने के नाकाफी इंतजाम की वजह से लोगों मेें आक्रोश है। इस घटना से से साबित होता है कि सरकारी अस्पतालों में इलाज को लेकर चाहे जितने ऊंचे दावे किए जा रहे हों, लेकिन हालात उलट हैं। दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड के बाहर एक रेजिडेंट डॉक्टर ने मरीज के परिजन को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। दोनों तरफ से हाथापाई हुई। इस घटना से गुस्साए डॉक्टर शाम 7 बजे से रात 2 बजे तक हड़ताल पर रहे।
जिसके चलते उन्होने मरीजों को हाथ तक लगाने से मना कर दिया। बाद में डॉक्टरों का गुस्सा ठंडा पड़ा और वे ड्यूटी पर वापस लौट आए। डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की तेजी से बढ़ती तादाद की वजह से सरकारी अस्पतालों में ऐसी तनातनी के हालात लगातार बन रहे हैं।
इसका कारण संसाधनों की कमी के साथ ही नाकाफी इंतजाम भी है। दिल्ली में डेंगू से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। तो चिकनगुनिया से 6 लोग दम तोड़ चुके हैं। दूसरी तरफ राज्य और केंद्र सरकार का दावा है कि वो हरसंभव कदम उठाने में पीछे नहीं। लेकिन इस घटना ने इन दावों की पोल खोल दी है।