नई दिल्ली : दिल्ली में नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा हड़ताल की गई। हड़ताल से दिल्ली की सफाई व्यवस्था चरमरा गई। इस दौरान हड़ताल के जारी रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। दरअसल कर्मचारी रूके हुए वेतन और दूसरी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। उल्लेखनीय है कि दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों ने अपने वेतन को समय पर दिए जाने की मांग की थी। हड़ताल में एमसीडी के सफाई कर्मचारी शामिल थे।
इस दौरान निगम के अंतर्गत आने वाले शिक्षक और चिकित्सक भी शामिल हैं। सफाईकर्मियों की हड़ताल से राजधानी में कई जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है। इस दौरान लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। राजनीतिक दल एमसीडी की हड़ताल से एक दूसरे पर आरोप लगाने में लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी पूरे विवाद हेतु राज्य सरकार पर दोष मढ़ने में लगी है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा कहा गया है कि वे निगमों को 2 हजार करोड़ रूपए देने की कार्रवाई को आगे बढ़ा चुकी है। इस मामले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा कि सरकार पैसे जारी कर चुकी है। मगर एमसीडी की इकाई को सही तरह से कार्य करना होगा। नगर निगम कर्मचारियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के सामने और जंतर - मंतर पर प्रदर्शन किया था। इसके बाद वे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के घर प्रदर्शन करने भी पहुंचे थे।
इन कर्मचारियों ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के घर के बाहर कूड़ा डाल दिया था और वहीं धरना देने का प्रयास किया था। कर्मचारियों की मांग थी कि महीने की पहली तारीख को उन्हें वेतन दिया जाए, राज्य में कार्यरत तीनों नगर निगमों को एक किया जाए। कर्मचारियों को बकाया वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए।