नई दिल्ली: दिल्ली दंगों के आरोपित आसिफ इकबाल तन्हा (Asif Iqbal Tanha) का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह कर्नाटक में शुरू हुए हिज़ाब विवाद को लेकर भड़काऊ बयान दे रहा है। यह बातचीत मुस्लिम संगठनों के साथ हो रही थी। वायरल हो रहा ऑडियो Twitter स्पेस की एक रिकॉर्डिंग का बताया जा रहा है। इस ऑडियो को @TheAngryLord नाम के ट्विटर हैंडल से वीडियो फॉर्मेट में पोस्ट किया गया है।
This is Asif Iqbal, a student leader in Jamia Milia & a member of Students Islamic Org. He's admitting of mobilizing Muslims for another Shaheen Bagh type, or worse, protest in Delhi on #HijabBan.@DelhiPolice @HMOIndia you've another headache coming your way.#Hijab pic.twitter.com/Q5CPv0OyEh
— INFERNO (@TheAngryLord) February 9, 2022
इस स्पेस का टाइटल ‘कर्नाटक हिजाब रो, क्या हाईकोर्ट न्याय देगा?’ था। यह बातचीत जमात-ए-इस्लामी हिन्द की स्टूडेंट विंग स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन (SIO) द्वारा होस्ट की गई थी। इस स्पेस में कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद को लेकर चर्चा हो रही थी। इसमें पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) और उसकी छात्र शाखा कैम्पस फ्रंट ऑफ़ इंडिया (CFI) के सदस्य मौजूद थे। इसमें स्पीकर के रूप में तन्हा कह रहा था कि, 'हम इसे (हिजाब विवाद को) सिर्फ कर्नाटक का मुद्दा न बना करके पूरे देश में फैलाना है। दिल्ली को सेेंटर ऑफ एजिटेशन बनाना है। आज सुबह जब से वह वीडियो (कर्नाटक में पुलिस कार्रवाई का) वायरल हुआ है, वो बहुत डिस्टर्बिंग रहा है। उस समय से मैं कई मुस्लिम संस्थाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं से निरंतर बात कर रहा हूँ कि आखिर हम लोग दिल्ली में क्या कर सकते हैं, इस मुद्दे को लेकर के। मुझे सकारात्मक उत्तर मिल रहे हैं कि इस पर हमें भी कुछ करना चाहिए और जल्दी ही हम लोग उनके समर्थन में सड़कों पर उतरेंगे।'
आसिफ ने आगे कहा कि, 'आज पूरे दिन Twitter पर अल्लाह-हु-अकबर ट्रेंड हुआ है, मगर आप अभी भी कहीं चलें जाएँ…. मैं खुद ओखला में रह रहा हूँ, तो काफी लोग मिले हैं, बहुत सारे छात्र ऐसे मिले हैं, जिन्हें वीडियो वायरल होने से पहले पता ही नहीं है कि कर्नाटक में क्या चल रहा है। यहाँ की मुस्लिम आबादी को पता ही नहीं है कि कर्नाटक में हिजाब का क्या मुद्दा है। हमें इस इश्यू को घर-घर तक ले जाने की आवश्यकता है। यह हमारे अधिकारों और हमारी पहचान की बात है। CAA और तीन तलाक के मामलों में भी हमने ये कहा था कि ये मुस्लिम महिलाओं के अधिकार, उनकी पहचान और शरिया पर सीधा हमला है। इसी प्रकार यह हिजाब का मुद्दा है, जो आज कर्नाटक में है, कल कहीं और होगा।'
दिल्ली दंगों के आरोपित आसिफ ने आगे कहा कि, 'SIO (स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन) के छात्र और मुस्लिम के जिम्मेदार लोग पहले से ही इस मुद्दे को लेकर जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे हैं। हमारे GIO के स्टूंडेट लगातार सड़कों पर हैं। दूसरे राज्यों में भी, मुंबई में भी हमारी मुस्लिम बहनों ने विरोध किया है। एक मुस्लिम संस्था का होने के नाते हम इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं।'
बता दें कि 15 अगस्त 2021 को होस्ट किए गए एक अन्य स्पेस में आसिफ को तालिबान का समर्थन करते हुए भी सुना गया था। उस स्पेस का नाम ‘क्या देश का मुसलमान आजाद है?” था। उस स्पेस में भी आसिफ ने कहा था कि, 'मैं आप सभी को एक शुभ समाचार देता हूँ। अशरफ गनी ने इस्तीफा दे दिया है। अल्लाह का शुक्र है कि तालिबान इमारत-ए-इस्लामिया स्थापित कर रहा है। अल्हम्दुलिल्लाह! हमें तालिबान से सीखना चाहिए कि आजादी प्राप्त करने के लिए किस तरह की जद्दोजहद और प्रयास करना चाहिए।' बता दें कि इसी दिन तालिबान ने अफगानिस्तान को अपने कब्जे में ले लिया था।
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